राजधानी और एनसीआर में पराली जलाने की घटनाओं और वाहनों से निकल रहे धुएं के कारण हवा में पीएम2.5 का स्तर लगातार उच्च बना हुआ है। ऐसे में रविवार को दिल्लीवासियों का धैर्य टूट गया और उन्होंने इंडिया गेट पर वायु प्रदूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिए ठोस नीतियां बनाने की मांग की। कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
एएनआई से बातचीत में प्रदर्शनकारियों में से एक नेहा ने कहा, "यह समस्या वर्षों से चल रही है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। यह हमारे संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं, लेकिन पुलिस ने कुछ लोगों को जबरन बसों में बैठा दिया। यह राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि स्वच्छ हवा का मामला है।"
दिल्ली में बीते 24 घंटों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 370 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। आंकड़ों के अनुसार, पराली से होने वाला प्रदूषण 5.38 प्रतिशत और वाहनों से निकलने वाला धुआं 14.52 प्रतिशत दर्ज किया गया। शनिवार के मुकाबले AQI में 9 अंकों की वृद्धि हुई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्लीवासियों ने रविवार को लगातार 26वें दिन खराब हवा में सांस ली। इस बार अक्टूबर के मध्य से वायु गुणवत्ता लगातार खराब या बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल मानसून में अच्छी बारिश के चलते जुलाई-सितंबर तक हवा पहले से अपेक्षाकृत साफ रही, लेकिन पराली जलाने और वाहन प्रदूषण ने हालात फिर बिगाड़ दिए।