नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण लगातार गंभीर स्तर पर बना हुआ है। बुधवार सुबह शहर घने स्मॉग की चादर में लिपटा रहा, जिससे लोगों को सांस लेने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर दृश्यता भी प्रभावित हुई।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई इलाकों में 350 के पार दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।
GRAP-3 लागू, निर्माण गतिविधियों पर रोक
वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू कर दिया है। इसके लागू होने के साथ ही गैर-जरूरी निर्माण एवं ध्वस्तीकरण कार्यों पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
दफ्तरों में 50% कर्मचारी घर से काम करेंगे
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण में लगातार बढ़ोतरी के बाद बड़ा कदम उठाते हुए सभी सरकारी और निजी कार्यालयों को निर्देश दिया है कि वे अपने 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दें। सरकार का मानना है कि इससे सड़क पर वाहनों की संख्या कम होगी और प्रदूषण स्तर में कुछ राहत मिलेगी।
इसी के साथ, स्कूलों को भी फिलहाल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
कहाँ कितना है AQI?
बुधवार सुबह दिल्ली के कई क्षेत्रों में AQI इस प्रकार दर्ज किया गया—
| स्थान | AQI |
|---|---|
| आनंद विहार | 363 |
| बवाना | 382 |
| रोहिणी | 380 |
| वजीरपुर | 377 |
| मुंडका | 371 |
| पंजाबी बाग | 368 |
| विवेक विहार | 365 |
| आईटीओ | 358 |
| नरेला | 353 |
| ओखला | 332 |
| लोधी रोड | 300 |
विशेषज्ञों का कहना है कि खराब मौसम, हवा की कम गति और प्रदूषण के स्रोतों में बढ़ोतरी के कारण फिलहाल राहत के आसार कम हैं। सरकार और एजेंसियां स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।