नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइंस पर पायलट प्रशिक्षण में कथित खामियों के चलते कुल 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना इस बात पर लगाया गया कि कंपनी ने कालीकट, लेह और काठमांडू जैसे महत्वपूर्ण हवाई अड्डों पर संचालन के लिए 'अयोग्य फ्लाइट सिमुलेटर' का इस्तेमाल कर पायलट प्रशिक्षण कराया।
DGCA के नियमों के तहत, इंडिगो के प्रशिक्षण निदेशक और उड़ान संचालन निदेशक (DFO) पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह कार्रवाई नागरिक उड्डयन आवश्यकताएं (CAR) और विमान नियम, 1937 के नियम 133A का पालन न करने पर की गई।
जांच में सामने आया क्या?
DGCA की जांच में पता चला कि 24 से 31 जुलाई 2025 तक लगभग 1,700 पायलटों (कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर्स सहित) का प्रशिक्षण पूर्ण फ्लाइट सिमुलेटर (FFS) का उपयोग करके कराया गया, जो ‘C’ श्रेणी वाले हवाई अड्डों के लिए मान्य नहीं थे। कालीकट, लेह और काठमांडू जैसे हवाई अड्डे चुनौतीपूर्ण भूगोल और मौसम के कारण ‘C’ श्रेणी में आते हैं, जहां प्रशिक्षित उपकरणों की आवश्यकता होती है।
डीजीसीए ने चेन्नई, दिल्ली, बेंगलुरु, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और हैदराबाद में स्थित 20 सिमुलेटरों की जांच की। ये सिमुलेटर CSTPL, FSTC, ACAT और एयरबस जैसे प्रशिक्षण संगठनों के थे, लेकिन ये कालीकट और लेह के लिए अनुपयुक्त पाए गए। इसके बाद 11 अगस्त 2025 को DGCA ने इंडिगो के प्रशिक्षण निदेशक को कारण बताओ नोटिस जारी किया। 22 अगस्त को प्रस्तुत कंपनी का जवाब असंतोषजनक पाया गया, जिसके बाद जुर्माना लगाया गया।
फ्लाइट सिमुलेटर क्या है?
फ्लाइट सिमुलेटर एक उपकरण या सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल पायलटों को प्रशिक्षण देने, विमानों को डिजाइन करने और शोध करने के लिए किया जाता है। यह पायलटों को वास्तविक उड़ान से पहले नियंत्रण, आपातकालीन प्रक्रियाओं और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का अभ्यास करने में मदद करता है।
एअर इंडिया की सुरक्षा पर भी DGCA की निगरानी
अलग मामले में DGCA ने एअर इंडिया से कहा है कि हाल ही में बदले गए पावर कंडीशनिंग मॉड्यूल वाले विमानों का पुनः निरीक्षण किया जाए। इसके अलावा, बोइंग से अनियंत्रित रूप से आरएटी (Ram Air Turbine) की तैनाती की घटना पर रोकथाम के उपायों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
यह घटनाक्रम एयर इंडिया 787 विमानों में सुरक्षा संबंधी दो हालिया घटनाओं के बाद आया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने इलेक्ट्रिकल सिस्टम और रखरखाव में खामियों के कारण सुरक्षा पर चिंता जताई है और सरकार से पूरे B787 बेड़े को उड़ान से रोकने और विशेष ऑडिट कराने का आग्रह किया है।