यमुना में शुरू होगी फेरी सर्विस, दिल्ली के सोनिया विहार से जगतपुर तक मिलेगी सेवा

दिल्ली की यमुना नदी में पर्यटक जल्द ही नौका विहार कर सकेंगे। दिल्ली सरकार ने सोनिया विहार से जगतपुर स्थित शनि मंदिर तक यमुना में बोट टूरिज्म और फेरी सेवा शुरू करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की मौजूदगी में मंगलवार को भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम के बीच समझौता ज्ञापन पर दस्तखत किए गए।

सात से आठ किलोमीटर लंबा होगा सफर
दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम का प्रस्ताव है कि क्रूज सेवा में दो सोलर या इलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाली नावें होंगी। इसकी क्षमता 20-30 यात्रियों की होगी। नावों को रोकने के लिए बर्थिंग जेटी, टिकट बूथ और चार्जिंग प्वॉइंट, कैफेटेरिया, प्रतीक्षालय समेत दूसरी नागरिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। अभी सोनिया विहार से शुरू होकर नाव जगतपुर तक जाएंगी और फिर वापसी करेंगी। क्रूज का कुल सफर सात से आठ किलोमीटर का होगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट्स, अनाउंसमेंट सिस्टम और इनबोर्ड बायो-टॉयलेट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यात्रियों की संख्या के हिसाब से एक क्रूज दिन भर में चार ट्रिप लगाएगा।

असीता पार्क में हुआ समझौता
समझौता मंगलवार शाम यमुना नदी के तट पर विकसित असिता पार्क में किया गया। उपराज्यपाल वीके सक्सेना का मानना है कि तेजी से भागती दिल्ली में नदी परिवहन को मेट्रो, सड़क समेत सार्वजनिक परिवहन के दूसरे माध्यमों के साथ समायोजित करने की करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अभी यह एक शुरुआत है। आने वाले समय में इसमें और विस्तार होगा। इस पर काम चल रहा है। इसमें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप को भी बढ़ावा देंगे।

आने वाला कल होगा सुंदर
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि आज का आयोजन यह दिखा रहा है कि दिल्ली का आने वाला कल बहुत सुंदर होगा। पीएम मोदी की अगुवाई में दिल्ली की डबल इंजन की सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली के पर्यटन के लिए बड़ा आयाम होगा। इससे पहले की सरकारों ने काम को रोकने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली वालों ने उन्हें ही रोककर साइड कर दिया।

दिल्ली में यमुना नदी पर मिलेंगी यह सुविधाएं
1. बर्थिंग जेटी (जहां नावों को रोका जाएगा)
2. नॉन-पॉल्यूटिंग सोलर/इलेक्ट्रिक बोट्स (पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाली नावें)
3. टिकट बूथ और चार्जिंग प्वाइंट
4. कैफेटेरिया और अन्य सार्वजनिक सुविधाएं होगी
5. प्रतीक्षालय

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