बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुंची शेख हसीना को रिसीव करने के लिए भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। शेख हसीना और डोभाल के बीच लंबी बातचीत हुई। हालांकि, बातचीत के बारे में कोई अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।
शेख हसीना का विमान लगभग साढ़े पांच बजे हिंडन एयरफोर्स स्टेशन के ऊपर नजर आया। इससे पहले ही स्टेशन के आसपास सुरक्षा का घेरा बढ़ा दिया गया था। शेख हसीना के आने से थोड़ी देर पहले ही अजीत डोभाल वायुसेना के अधिकारियों के साथ एयरफोर्स स्टेशन पहुंच गए थे।
इसके लगभग पौने दो घंटे बाद सवा सात बजे डोभाल अपने काफिले के साथ स्टेशन से बाहर आते नजर आए। वह दिल्ली चले गए। तब तक शेख हसीना हिंडन एयरपोर्ट के अंदर ही ठहरी हुई थीं। इसके थोड़ी देर बाद लगभग साढ़े सात बजे एयरपोर्ट स्टेशन से पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा बाहर आते नजर आए।
कड़ी सुरक्षा के घेरे में रहीं शेख हसीना
हिंडन एयरबेस पर शेख हसीना को बेहद कड़ी सुरक्षा में रखा गया। सुरक्षा का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उनके आने से पहले ही एयरबेस के आसपास भी सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया था। हिंडन एयरपोर्ट स्टेशन के बाहर ही सेना की ओर से बैरियर लगा दिए गए थे। यहां आसपास से गुजरने वाले लोगों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही थी। बताया गया के एयरबेस के अंदर शेख हसीना को सेफ हाउस में रखा गया।
सुरक्षा की वजह से ही आईं हिंडन
हिंडन देश के बड़े एयरबेस में शामिल है। यहां लड़ाकू विमान तैनात हैं। माना जा रहा है कि यहां की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ही शेख हसीना को यहां लाया गया। दूसरी वजह दिल्ली में एयर ट्रैफिक का व्यस्त होना भी है। तीसरी वजह हिंडन का दिल्ली के नजदीक होना भी है। अगर शेख हसीना को दिल्ली जाना हो तो ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। यहां कई राष्ट्रध्यक्ष आ चुके हैं। शेख हसीना पहली बार आई हैं। वह भी प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद।