राजेंद्र नगर में हुए हादसे की रिपोर्ट 40 घंटे बाद भी नहीं सौंपी गई। मंत्री आतिशी ने शनिवार को दिल्ली के मुख्य सचिव को आदेश जारी कर 24 घंटे में मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था।

इस मामले में सोमवार को दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को एक और आदेश जारी कर देर रात 10 बजे तक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि यदि समय पर रिपोर्ट नहीं दी जाती है तो इसमें आरोपियों को बचाने का आरोप लग सकता है। 

अपने आदेश में आतिशी ने लिखा कि शनिवार रात 11:20 बजे राजेंद्र नगर में तीन छात्रों की मौत की मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। इस त्रासदी की जांच करने के लिए वे गंभीर नहीं हैं या वे किसी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। 

मुख्य आरोपी आईएएस कोचिंग चलाता है, यह आश्चर्य की बात है कि क्या वह आईएएस अधिकारियों से जुड़ा हुआ है। इस तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने मुख्य सचिव को फिर से निर्देश दिया है कि सोमवार रात 10 बजे तक घटना पर मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट पेश करें। साथ ही उन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का सुझाव दें जिनकी लापरवाही के कारण यह दुखद घटना हुई है। 

एलजी ने की 10 लाख रुपये के मुआवजे का एलान
एलजी कार्यालय ने कहा कि उन्होंने दिल्ली अग्निशमन सेवा, पुलिस और एमसीडी के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके अलावा कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में मारे गए तीनों छात्रों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की।