मध्य दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में घर के सामने खेल रहे मासूम को अगवा कर बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आया है। मृतक की शिनाख्त डेढ़ साल के आयुष के रूप में हुई है। रविवार सुबह घर से करीब 100 मीटर दूर एमसीडी के शौचालय में एक कपड़े में लिपटा मासूम का शव बरामद हुआ।

मासूम के साथ हैवानियत के जो निशान मिले हैं, उसने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। हमलावर ने मासूम के चेहरे पर किसी भारी वस्तु से वार करने के अलावा उसके शरीर को सिगरेट से दागा हुआ है। इसके अलावा उसके शरीर पर दांत से काटने के भी निशान मिले हैं। मासूम की हालत देखकर परिजन भड़क गए।

परिवार व अन्य लोगों ने न्यू रोहतक रोड पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वहां पहुंच गए। करीब एक घंटे बाद परिजनों को समझाकर सड़क से हटाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला दर्ज कर आरोपी की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं, चार टीम इसकी पड़ताल कर रही है।

जानकारी के अनुसार आयुष अपने परिवार के साथ कठपुतली कॉलोनी, राजीव कैंप, आनंद पर्वत इलाके में रहता था। इसके परिवार में पिता कुणाल कुमार, मां अन्नू और तीन साल की एक बहन है। कुणाल शादी और दूसरे कार्यक्रमों में ढोल बजाता है। आयुष के दादा मनोज

कुमार ने बताया कि शनिवार शाम करीब 7.30 बजे आयुष घर के सामने ही खेल रहा था।उसकी मां खाना बनाने में व्यस्त थी। इस बीच अचानक आयुष गायब हो गया। जैसे ही इसका पता चला परिजन उसकी तलाश करने लगे। काफी तलाश करने के बाद भी जब आयुष का पता नहीं चला तो परिजन उसकी गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंचे। रातभर उसकी तलाश करने के बाद भी मासूम का पता नहीं चला।

इस बीच सुबह करीब 9.00 बजे एमसीडी के स्थानीय शौचालय में कपड़े में लिपटा मासूम का शव मिला। पड़ोसियों से खबर मिलने के बाद परिवार मौके पर पहुंच गया। मासूम की हत्या करने के साथ ही उसके साथ दरिंदगी की गई थी। इस बात से नाराज होकर परिजनों ने जाम लगाया। अब पुलिस हत्या करने वाले शख्स की तलाश में जुटी है।

मासूम ने पहने हुए चांदी के कंगन और पाजेब...
मासूम के परिवार ने आशंका जताई है कि आयुष की लूट के लिए हत्या की गई है। रविवार को जब उसका शव बरामद हुआ तो उसके हाथों से कंगन और पैरों से पाजेब गायब हैं। किसी नशेड़ी ने वारदात को अंजाम दिया है। परिजन आरोपी को जल्द पकड़ने और उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

वहीं मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मासूम के साथ जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है, उसे देखकर लगता है कि परिवार से रंजिश रखते हुए किसी ने जानबूझकर वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस परिवार से पूछताछ कर आरोपी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

पुलिस के रवैया से खफा हुए परिजन, लगाया जाम...
आयुष के एक परिजन ने बताया कि उसके गायब होने के बाद परिवार थाने पहुंचा तो भीड़ न लगाने की बात कर परिजनों को थाने से निकाल दिया गया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने सुनवाई की। परिवार ने पुलिस से गुजारिश की के वह सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ले। इसके बाद मासूम का पता चल जाएगा।

लेकिन पुलिस अधिकारियों ने सीसीटीवी वाले के सुबह नौ बजे आने की बात कर टाल दिया। इसके बाद परिवार रविवार सुबह पहुंचा तो रविवार को छुट्टी होने की बात कर बाद में आने की बात की। परिजनों का आरोप है कि थाने के 10 से ज्यादा चक्कर काटने के बाद पुलिस ने परिवार की कोई मदद नहीं की।

इस बीच मासूम का शव मिला तो परिवार भड़क गया और परिजनों ने सड़क पर जाम लगा दिया। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद ही जाम को खोला गया। अब पुलिस की कई टीमें आरोपी की तलाश कर रही हैं।

मासूम की मौत के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल...
मासूम की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आयुष कुणाल का इकलौता बेटा था। दादा मनोज कुमार ने बताया कि इनके परिवार में पत्नी रीमा देवी के अलावा चार बेटे कुणाल, तुशाल, राजीव और अंकुश के अलावा एक बेटी है। पूरे परिवार का शादी और दूसरे कार्यक्रम में ढोल बजाने का काम है।

शनिवार शाम को परिवार के ज्यादातर लोग किसी न किसी काम से बाहर गए हुए थे। आयुष की मां खाना बनाने में व्यस्त थी। इस बीच रोटी खाते हुए किसी ने आयुष को घर के पास से ही अगवा कर लिया। आयुष के गायब होने पर परिवार को लगा कि शायद वह आसपास होगा और मिल जाएगा।

लेकिन समय बीतने के साथ परिवार की चिंताएं बढ़ती गईं। परिजन आनंद पर्वत के अलावा पटेल नगर थाने भी पहुंचे, लेकिन मासूम का पता नहीं चला। रातभर न तो किसी ने कुछ खाया और न ही कोई सोया। अभी परिवार मासूम की तलाश कर ही रहा था कि सुबह उसकी लाश मिलने का पता चला। अब परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।