स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित लाल किले के राष्ट्रीय समारोह में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल नहीं हुए। दोनों नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में ध्वजारोहण कर कार्यक्रम मनाया, लेकिन इस अनुपस्थिति को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई।

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने एक राष्ट्रीय अवसर को नज़रअंदाज़ किया और इसे सेना व संविधान के सम्मान से जोड़ते हुए ‘शर्मनाक’ बताया। उन्होंने कहा कि एक टीवी बहस में कांग्रेस प्रवक्ता ने राहुल गांधी की अनुपस्थिति की पुष्टि की है।

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सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने पिछले वर्ष समारोह में बैठने की व्यवस्था पर असहमति जताई थी। तब, कैबिनेट मंत्री के दर्जे के बावजूद, उन्हें कार्यक्रम में पीछे की पंक्ति में बैठाया गया था। विपक्ष ने इसे अपमानजनक बताया था, जबकि रक्षा मंत्रालय ने सफाई दी थी कि यह बदलाव ओलंपिक खिलाड़ियों को अग्रिम पंक्ति में स्थान देने के कारण किया गया था।

हालांकि, कांग्रेस की ओर से लाल किले के कार्यक्रम में इस बार शामिल न होने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया।

सोशल मीडिया पर राहुल गांधी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को नमन किया और समानता व न्याय आधारित भारत के निर्माण का संकल्प दोहराया। वहीं, खड़गे ने भी बधाई संदेश में देश की एकता, सामाजिक न्याय और संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने की बात कही।