राज्यपाल का पद समाप्त कर देना चाहिए, यह लोकतंत्र पर बोझ: मनीष सिसोदिया

पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार से पदयात्रा शुरू करेंगे। वहीं उन्होंने देश में राज्यपाल के पद को खत्म करने की वकालत भी कर दी है। मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि राज्यपाल का पद समाप्त कर देना चाहिए। क्योंकि ये लोकतंत्र पर बोझ बन गया।। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्यपालों का काम केवल गैर-एनडीए दलों द्वारा चलाई जा रही सरकारों के कामकाज में बाधा डालना है।

राज्यपाल-सरकार के बीच नौकरशाह सबसे ज्यादा पीड़ित
पीटीआई से बातचीत के दौरान आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में सरकारी अधिकारी उपराज्यपाल और चुनी हुई सरकार के बीच झगड़े के कारण सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। उन्हें उनके लिए दुख होता है। इसलिए मैं कहता हूं कि इस पद को ही समाप्त कर देना चाहिए।

16 अगस्त से मनीष सिसोदिया की पदयात्रा
जबकि मनीष 16 अगस्त से अपनी पदयात्रा निकालने जा रहे हैं। इस दौरान वह लोगों से मुलाकात भी करेंगे। इस संबंध में दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि रणनीति के मुताबिक बुधवार को पहली पदयात्रा ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र से शुरू होनी थी। किन्हीं कारणों से यह पदयात्रा नहीं हो पाई।भारद्वाज ने दावा करते हुए कहा कि पदयात्रा के लिए पुलिस विभाग से अनुमति मांगे जाने पर विभाग की तरफ से यह सुझाव आया, क्योंकि स्वतंत्रता दिवस का माहौल है, इसलिए सुरक्षा के नजरिये से इस पदयात्रा को आगे बढ़ाना बेहतर होगा। ऐसे में पुलिस द्वारा दिए गए सुझाव को ध्यान में रखते हुए सिसोदिया अब स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन से पदयात्रा शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि समय और स्थान वही रहेगा। शाम 5 बजे डीडीए फ्लैट्स कालकाजी से पदयात्रा की शुरुआत की जाएगी। 

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