हरियाणा के हिसार जिले के मिलगेट क्षेत्र में वीरवार रात एक दर्दनाक वारदात सामने आई। ढाणी श्यामलाल गली नंबर-3 में कुछ हमलावरों ने हरियाणा पुलिस के सब-इंस्पेक्टर रमेश कुमार पर लाठी-डंडों और ईंटों से हमला कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि रमेश कुमार ने रात करीब 10.30 बजे मोहल्ले में हंगामा कर रहे कुछ लोगों को टोका था, जिसके बाद हमलावरों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।
हमले के वक्त रमेश कुमार घर पर ही मौजूद थे। उनकी चीख-पुकार सुनकर पत्नी बबली बाहर आईं, तो पति लहूलुहान हालत में पड़े थे। भतीजे अमित ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसे भी धमकाया और मौके से फरार हो गए। घायल अवस्था में रमेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार में मचा कोहराम, पांच में से तीन भाई सरकारी सेवा से जुड़े रहे
रमेश कुमार चार भाइयों में चौथे नंबर पर थे। उनके बड़े भाई कृष्ण पुलिस में एएसआई थे, जिनकी पहले ही हादसे में मौत हो चुकी है। अन्य दो भाई रामगोपाल और रोहताश क्रमशः पशुपालन और कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सबसे छोटे भाई सुरेश स्थानीय दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में कार्यरत हैं।
हत्या के बाद पुलिस ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद कार्रवाई करते हुए पिता-पुत्र समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीन आरोपी भागने के दौरान गिरकर घायल हो गए, जिनके हाथ-पैर टूटने की जानकारी मिली है। पुलिस ने घटनास्थल से हमलावरों की एक कार और दो स्कूटी भी बरामद की हैं।
‘रिटायरमेंट के बाद भारत भ्रमण करने की थी इच्छा’
रमेश कुमार के साथी दिनेश कुमार ने बताया कि वह बेहद मिलनसार और मददगार स्वभाव के थे। उन्हें घुड़सवारी और फिटनेस का शौक था। वे अक्सर कहते थे कि रिटायरमेंट के बाद दाढ़ी रखकर भारत भ्रमण पर निकलेंगे। हाल ही में उन्होंने स्वास्थ्य सुधार के लिए चाय पीना भी छोड़ दिया था।
पुलिस अधिकारियों ने जताया शोक
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी शशांक कुमार सावन और एडीजीपी केके राव रात में ही मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे। अधिकारियों ने परिवार को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया और कहा कि सभी दोषियों को जल्द सजा दिलाई जाएगी। शुक्रवार शाम एसआई रमेश कुमार का पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।