रोहतक। हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (DGP) ओ.पी. सिंह ने बुधवार को रोहतक का अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि “पुलिस की कोई जाति नहीं होती, उसकी एक ही पहचान है – खाकी।”

डीजीपी सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस को निष्पक्ष, संवेदनशील और पारदर्शी तरीके से जनता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता और पुलिस, दोनों को संयम बरतना आवश्यक है, ताकि न्याय की प्रक्रिया प्रभावित न हो।

उन्होंने चेतावनी दी कि झूठी शिकायत करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, और साथ ही पुलिसकर्मियों से कहा कि जब तक कोई अपराधी बल प्रयोग न करे, पुलिस भी बल का प्रयोग न करे — लेकिन अगर अपराधी हमला करता है, तो पुलिस को अपनी सुरक्षा के लिए पूरी छूट है।

डीजीपी ने अपराधियों और गैंगस्टरों को सीधी चुनौती देते हुए कहा, “अगर मां का दूध पिया है तो सामने आओ।” उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब अपराधियों से डर का कोई माहौल नहीं है, और जो लोग सोशल मीडिया पर भड़काऊ या अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था और जनता को दी जा रही पुलिस सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जनता को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संवेदनशीलता और तत्परता के साथ काम करें।