किसान नेता आजाद पालवां ने बताया कि इस यात्रा में करीब पांच हजार वाहन शामिल होने की उम्मीद है। यात्रा को लेकर किसानों में पूरा उत्साह है।
आज जींद में निकाली जाने वाली किसान तिरंगा यात्रा की अंतिम रिहर्सल कल की गई। नए बस स्टैंड के पास किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे। यहां लाइन में किसानों ने अपने ट्रैक्टर लगाए। ट्रैक्टर पर तिरंगा के साथ भाकियू के झंडे भी लगाए हुए थे। सबसे आगे देशभक्ति के गीतों वाली गाड़ी चली।विज्ञापन
किसान नेता आजाद पालवां ने बताया कि इस यात्रा में करीब पांच हजार वाहन शामिल होने की उम्मीद है। यात्रा को लेकर किसानों में पूरा उत्साह है। हलके के सभी गांवों के दौरे किए जा चुके है। किसान तिरंगा, भाकियू का झंडा अपने-अपने वाहनों पर लगाकर आएंगे। युवा, पुरुष और महिलाएं यात्रा में पहुंचेंगी।
जींद में स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर छाए विवाद के बादल छंट गए हैं। जींद में न तो मंत्री ध्वजारोहण के लिए आएंगे और न ही किसान विरोध करेंगे। हालांकि आंदोलनरत किसान शहर की सड़कों पर तिरंगा यात्रा निकालेंगे, लेकिन मंत्री के नहीं आने की सूरत में विरोध का कोई कार्यक्रम नहीं रहेगा।
बीते आठ महीने से कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने सरकार के किसी भी मंत्री व भाजपा-जजपा नेता द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने पर विरोध करने का एलान किया हुआ है। इसके तहत किसान जिला मुख्यालय पर चार बार विरोध प्रदर्शन कर भी चुके हैं। पहले विरोध कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा जींद के नागरिक अस्पताल में आने पर किया गया था। इसके बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के जींद में आने की सूचना पर भी किसानों ने विरोध किया था।
करीब एक महीना पहले प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग में पहुंचे नेताओं का विरोध किया और अब चार अगस्त को जींद में विकास कार्यों की जांच के लिए पहुंचे भाजपा विधायकों का विरोध करने भी किसान पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। ऐसे में किसानों ने एक बार फिर एलान किया था कि यदि 15 अगस्त पर कोई मंत्री जींद में आता है तो उसका विरोध किया जाएगा। हालांकि किसानों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोई व्यवधान डालने की बात नहीं कही थी।