हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिवाली के मौके पर राज्य के गन्ना किसानों को राहत देते हुए गन्ने के दाम बढ़ा दिए हैं। सरकार ने अगेती किस्म का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 415 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जबकि पछेती किस्म का रेट 393 रुपये से बढ़कर 408 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इस फैसले के बाद हरियाणा देश में सबसे अधिक गन्ना मूल्य देने वाला राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि किसानों को उनके मेहनत का पूरा लाभ मिल सके।

दिवाली के अवसर पर यह वृद्धि किसानों के लिए किसी बड़े तोहफे से कम नहीं है। लंबे समय से गन्ना किसानों की यह मांग थी, जो अब पूरी हो गई है।

इसके साथ ही हरियाणा में गन्ना उत्पादन बढ़ाने के लिए नई किस्मों की बुआई और आधुनिक मशीनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि गन्ने की पेराई के दौरान चीनी उत्पादन को बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है और किसानों को भुगतान में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। 2025-26 सीजन के लिए केंद्र सरकार ने एफआरपी 355 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।

इससे पहले पिछले साल नवंबर में पंजाब सरकार ने अपने गन्ना उत्पादक किसानों को हरियाणा से 1 रुपये अधिक देकर 401 रुपये प्रति क्विंटल का रेट दिया था। हरियाणा ने हालांकि अपने किसानों को हमेशा उच्चतम दाम देने का रिकॉर्ड बनाए रखा है।