हरियाणा के एएसआई संदीप लाठर (42) की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने चार व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की है। FIR दिवंगत आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरण कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत कुमार, उनके विधायक साले अमित रतन, जेल में बंद गनमैन सुशील कुमार और एक अन्य के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप में लिखवाई गई है। यह शिकायत संदीप की पत्नी संतोष ने दर्ज कराई है।

इससे पहले बुधवार सुबह परिजन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग कर चुके थे। शाम करीब चार बजे मुख्यमंत्री के OSD FIR की कॉपी लेकर परिजनों के पास पहुंचे। हालांकि, परिजन संदीप को शहीद का दर्जा, पत्नी को सरकारी नौकरी और आर्थिक मदद का लिखित आश्वासन चाहते हैं। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम भी परिजनों की सहमति के बिना नहीं किया गया है।

संदीप लाठर मूल रूप से जींद के जुलाना गांव के निवासी थे। उन्होंने आत्महत्या से पहले चार पेज का सुसाइड नोट और 6 मिनट 28 सेकंड का वीडियो रिकॉर्ड किया। सुसाइड नोट में संदीप ने दिवंगत एडीजीपी वाई पूरण कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए रोहतक रेंज में उनके तबादले और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को आईजी कार्यालय में तैनात करने की बात कही।

वीडियो संदेश में संदीप ने कहा, "आज भगत सिंह जिंदा होते तो उन्हें शर्म आती कि हम किन लोगों के लिए लड़े। मैं भगत सिंह का फैन हूं। सक्षम हूं, जमींदार का बेटा हूं। ईमानदारी की लड़ाई में अपनी कुर्बानी देने जा रहा हूं। मुझे बहुत फक्र है। अलविदा दोस्तों, अगले जन्म में आएंगे तब भी ऐसी ही लड़ाई लड़ेंगे।"

यह मामला एडीजीपी वाई पूरण कुमार की 7 अक्तूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने घर में आत्महत्या के आठवें दिन सामने आया। वाई पूरण कुमार का पोस्टमार्टम बुधवार को किया गया और उनका अंतिम संस्कार हुआ।