गुड़गांव की एक साइबर सुरक्षा फर्म, लिसियनथस टेक के संस्थापक-सीईओ खुशहाल कौशिक अपनी कंपनी के माध्यम से सुरक्षा ऑडिट सेवाओं से लेकर सुरक्षा मूल्यांकन, प्रशिक्षण और प्रमाणन तक अत्यधिक विशिष्ट साइबर सुरक्षा सेवाएं प्रदान करते हैं। हाल ही में इंडियन अचीवर फोरम द्वारा सुपर-प्रतिष्ठित ग्लोरी ऑफ़ इंडिया 2020 अवार्ड जीतने वाले खुशहाल ने साइबर सुरक्षामें ग्लोबल लेवल पर भारत की उपस्थिति दर्ज कराई है। आपको बता दें कि पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी और ओलंपियन सुशील कुमार जैसे लोग ये पुरस्कार जीत चुके हैं।


भारत सरकार द्वारा घोषित मेक इन इंडिया पहल और आने वाले महीनों और वर्षों में 50 लाख से अधिक उपकरण इंटरनेट से जुड़ने की उम्मीद है। ऐसे में भारत को जल्द ही ठोस साइबर सुरक्षा योजनाओं और नीतियों को बनाने की आवश्यकता है। इसे लेकर लगातार खुशहाल जैसे साइबर सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट देश की मदद कर पाएंगे। डेटा और स्मार्टफोन सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैला रहे खुशहाल संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, विज्ञान और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की वार्षिक पत्रिका में दो बार अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। इसके साथ ही खुशहाल ने यह भी मांग की कि है कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके काम के साथ उनकी राष्ट्रीयता को भी प्रकाशित किया जाए, जिससे इस क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदम की पहचान हो सके। खुशहाल का कहना है कि सरकार को साइबर सुरक्षा योजनाओं और नीतियों की रणनीति बनाने के लिए विदेशी एक्सपर्ट्स को लाने के बजाय में घरेलू साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स को प्राथमिकता देनी चाहिए।

'साइबर सिक्यॉरिटी की धारणा को बदलना प्राथमिकता'


खुशहाल को अमेरिकी नौसेना से सेवानिवृत्त रक्षा विश्लेषक सैमुअल बोकेटा ने भारत में साइबर सुरक्षा के भविष्य के रूप में माना है। हाल ही में नवंबर 2020 में, पनामा गणराज्य द्वारा आधे घंटे से भी कम समय में ई-मेल हैकिंग मामले को सुलझाने के लिए खुशहाल को विधिवत प्रशंसा पत्र दिया गया था। इन पेशेवर उपलब्धियों के बावजूद, खुशहाल को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि साइबर सुरक्षा के मामले में हमारे देश को मामूली समझा जाता है। खुशहाल वैश्विक मंच पर अपने उपक्रमों और पहलों के माध्यम से इस गलत धारणा को बदलना चाहते हैं। खुशहाल का मानना है कि हम लोगों को मुख्य रूप से अपनी ऑनलाइन सुरक्षा का जिम्मा लेना चाहिए और अपने इंटरनेट उपयोग के लिए जागरूक होना चाहिए। आपको बता दें कि इसके साथ वह वर्तमान में कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं और लिशियनथस टेक में संचालन का नेतृत्व कर रहे हैं।