फरीदाबाद। व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल मामले में 30 अक्टूबर को गिरफ्तार हुए डॉ. मुज्जमिल के खिलाफ एनआईए ने सोमवार रात अल फलाह यूनिवर्सिटी और धौज व फतेहपुर तगा के किराये के कमरों में विशेष जांच की। टीम ने करीब ढाई घंटे तक यूनिवर्सिटी परिसर में डॉ. मुज्जमिल के कमरे, लैब और अन्य स्थानों की पहचान कराई और उनका विस्तार से निरीक्षण किया।
रात 8 बजे एनआईए टीम पहुंची
एनआईए की टीम में 40 से अधिक सुरक्षाकर्मी शामिल थे, जो हथियारबंद थे। टीम सोमवार रात लगभग 8 बजे धौज इलाके में यूनिवर्सिटी पहुंची। सुरक्षा के लिए फरीदाबाद पुलिस ने 100 से अधिक कर्मियों को तैनात किया, ताकि जांच के दौरान किसी तरह की बाधा न आए।
यूनिवर्सिटी और अस्पताल परिसर में पूछताछ
एनआईए ने डॉ. मुज्जमिल को यूनिवर्सिटी परिसर में उसके रहने, पढ़ाई और मेडिकल केबिन सहित अन्य स्थानों पर पहुंचाकर पहचान करवाई। टीम ने उसे अस्पताल परिसर में भी ले जाकर दिखाया जहां वह मरीजों का इलाज करता था।
धौज और फतेहपुर तगा के किराये के कमरों का निरीक्षण
इसके बाद एनआईए टीम ने डॉ. मुज्जमिल को धौज गांव के किराये के कमरे में ले जाकर जांच की, जहां करीब 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था। करीब 20 मिनट तक निरीक्षण के बाद उसे फतेहपुर तगा के उस मकान में भी ले जाया गया, जहां 2,550 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट 50 कट्टों में रखा गया था।
इस जांच के जरिए एनआईए ने डॉ. मुज्जमिल की गतिविधियों और परिसर में छिपाए गए विस्फोटकों की सटीक जानकारी हासिल करने का प्रयास किया।