हरियाणा सरकार की दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना को लेकर विपक्ष ने तीखा हमला बोला है। आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने इस योजना को महिलाओं के साथ राजनीतिक छल करार दिया। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह ने योजना का शुभारंभ तो कर दिया, लेकिन यह चुनावी प्रचार का एक माध्यम है।
अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने हर महिला को ₹2100 प्रतिमाह देने का वादा किया था, लेकिन अब योजना में शर्तें और पाबंदियां लगाकर केवल सीमित महिलाओं तक ही इसका लाभ पहुंचने दिया जा रहा है। हरियाणा में लगभग 1.4 करोड़ महिलाएं हैं, लेकिन ढांडा के अनुसार, इस योजना का लाभ मुश्किल से 10-12 प्रतिशत महिलाओं तक ही पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को आय सीमा में फंसा दिया गया है, युवतियों और छात्राओं को उम्र के कारण बाहर रखा गया और बुजुर्ग एवं विधवा महिलाओं को योजनाओं के टकराव के बहाने बाहर रखा गया। ढांडा का कहना है कि यह योजना महिलाओं को सशक्त बनाने के बजाय उन्हें शर्तों के पिंजरे में बांधने का राजनीतिक प्रयास है।
आप नेता ने यह भी कहा कि भाजपा अब केवल मोबाइल ऐप लॉन्च और फोटो सेशन के जरिए अपनी असफलताओं को छुपाने का प्रयास कर रही है। उनका कहना है कि महिलाओं से किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया और यह योजना चुनावी प्रचार का एक उपकरण बन गई है।
लाडो लक्ष्मी योजना क्या है
हरियाणा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना शुरू की है। इसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹2100 की आर्थिक सहायता उनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। योजना के पहले चरण में लगभग 21 लाख महिलाओं को लाभ मिलने का अनुमान है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, 1 नवंबर से महिलाओं के खाते में धनराशि आने शुरू हो जाएगी।