संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सीएसई 2020 का फाइनल परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। इसमें हरियाणा के युवाओं ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। दुकानदार से लेकर अफसरों तक के बच्चों ने बाजी मारी है। महेंद्रगढ़ के बसई गांव की ममता यादव ने देशभर में पांचवीं और महेंद्रगढ़ के कांवी गांव की देवयानी ने 11वां रैंक हासिल की है।
देवयानी आईएएस अधिकारी विनय सिंह की बेटी हैं। विनय सिंह 2003 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और इस समय पंचकूला में हरियाणा राज्य कृषि विपण बोर्ड के मुख्य प्रशासक पद पर तैनात हैं। उनकी बेटी देवयानी ने चौथे प्रयास में सफलता हासिल की है। बीते वर्ष उनका चयन सेंट्रल ऑडिट विभाग में हो चुका है। उन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत की।
भिवानी की निशा ग्रेवाल ने 51वां, हिसार के राहुल बूरा ने 76वां, मुलाना के बराड़ा की अक्षिता गुप्ता ने 69वां और रोहतक के भुराण गांव के डॉ. राजेश मोहन ने 102वां रैंक हासिल किया है। बाढड़ा के विवेक आर्य का 131वां रैंक आया है। उनके पिता की स्पेयर पार्ट्स की दुकान है।
गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव के कुणाल यादव को 185वां रैंक मिला है। चरखी दादरी के गांव पैंतावास के शुभम सांगवान ने 320वां रैंक हासिल किया है। वहीं, हरियाणा की अंकिता पंवार का 321वां रैंक आया है। महेंद्रगढ़ जिले के प्रदीप यादव का 343वां, पानीपत के डिडवाड़ी गांव के शक्ति सिंह आर्य का 480वां रैंक है।
ममता यादव को मिला पांचवां स्थान
महेंद्रगढ़ के गांव बसई की बेटी ममता यादव ने पांचवां स्थान हासिल किया। ममता ने बताया कि वह प्रतिदिन आठ से दस घंटे पढ़ती थीं और स्वयं के नोट्स बनाती थी। सोशल मीडिया से हमेशा दूरी बनाकर रहती थीं। परीक्षा के दौरान तो 12 से 15 घंटे भी पढ़ाई की। ऐच्छिक विषय फिजिक्स ही रखा, क्योंकि शुरुआत से ही अच्छी पकड़ थी।
ममता ने अपना पहला कैडर दिल्ली तथा दूसरा मध्य प्रदेश भरा है। उन्होंने बताया कि वह सरकारी योजनाओं को गरीबों तक पहुंचाने का हरसंभव प्रयास करेंगी। उन्होंने जूनियर्स को संदेश दिया कि मन लगाकर अच्छी पढ़ाई करें और जितना वो पढ़ेंगे उतने अवसर उनको मिल पाएंगे। ममता ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया। ममता के बड़े भाई महेश यादव एक्साइज इंसपेक्टर हैं।
गांव कांवी की बेटी देवयानी की 11वीं रैंक
गांव कांवी की बेटी एवं हिसार मंडल के कमिश्नर विनय सिंह यादव की बेटी देवयानी यादव ने यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया में 11वां स्थान हासिल किया है। देवयानी मूलरूप से नारनौल के गांव कांवी की रहने वाली है। वर्तमान में देवयानी राजस्थान के अलवर जिला में बाल विकास प्रोजेक्ट ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
देवयानी की इस सफलता से परिवार में खुशी की लहर है। जैसे ही परीक्षा परिणाम घोषित हुआ देवयानी तथा उनके परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लग गया। देवयानी ने 10वीं व 12वीं कक्षा सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल चंडीगढ़ से की। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर से ग्रेजुएशन की है। देवयानी पिलानी के बीआईटीएस तथा गोआ कैंपस से शिक्षित है।