म्हारे छोरे बजरंग न ओलंपिक मै कर दिया कमाल… इस पदक की चमक तो पहले के मेडलां तै ज्यादा सै। एक बार फेर भारत के इस लाल ने विश्व पटल पर तिरंगा लहराकर उसकी आन-बान-शान को कायम रखा है। यह बातें पहलवान बजरंग पूनिया के गांव खुडन के ग्रामीण कह रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक में शनिवार को कुश्ती में 65 किलोग्राम भार वर्ग में पहलवान बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीतकर देश की झोली में डाला है। इसके बाद उनके गांव खुडन के ग्रामीण खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। पदक जीतने के बाद से गांव में जश्न का माहौल चल रहा है कहीं मिठाई बंट तो कहीं आतिशबाजी की गई।
ग्रामीणों का कहना है कि बजरंग पूनिया के गांव पहुंचने पर भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया जाएगा। बजरंग पूनिया के अखाड़े में पहलवानों ने आतिशबाजी कर राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए खुशी का इजहार किया। वहीं, ग्रामीणों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया।
बजरंग अगली बार देश की झोली में डालेगा स्वर्ण पदक
गांव के सरपंच विनोद कुमार व पूर्व पंचायत समिति चेयरमैन प्रदीप पूनिया का कहना है कि गांव में इससे बड़ी उपलब्धि और कोई नहीं हो सकती। देश के लिए आज सबसे बड़ी खुशी का दिन है। इस बार बजरंग ने कांस्य पदक जीता है तो अगली बार वह स्वर्ण पदक जीतकर देश की झोली में डालेगा।
ग्रामीणों ने सोनीपत में रह रहे बजरंग पूनिया के परिवार को भी बधाई दी और कहा है कि गांव में पहुंचने पर पहलवान बजरंग पूनिया के स्वागत में भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया जिस दिन स्वदेश लौटेंगे उस दिन दिल्ली हवाई अड्डे से ही स्वागत करते हुए उन्हें घर तक लेकर आएंगे।