वेस्टइंडीज में चल रहे अंडर-19 वर्ल्ड कप में शनिवार को भारतीय टीम में शामिल हरियाणा के हिसार के दिनेश बाना का मैच देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़ी। खास बात रही कि पिता ने सेक्टर-14 में घर के सामने दर्शकों के लिए बड़ी स्क्रीन लगवाई। भारत की जीत के बाद सभी लोग खुशी से झूम उठे। फाइनल मैच में दिनेश ने छक्का मारकर देश को जीत दिलाई। इतना ही नहीं, फाइनल में दिनेश ने बेहतरीन विकेटकीपिंग करते हुए इंग्लैंड के चार बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। वहीं, बल्लेबाजी में भी महज पांच गेंद में दो छक्के मारकर 13 रन बनाए।
हिसार में स्क्रीन पर मैच देखते परिजन व अन्य लोग।
दिनेश के पिता महाबीर हरियाणा पुलिस में हवलदार हैं, जबकि मां दर्शना गृहिणी है। उनका सपना था कि बेटा इंजीनियर बने। इसके लिए वह उसे पढ़ाई करने पर ज्यादा फोकस करते थे, लेकिन दिनेश की इच्छा क्रिकेट खेलने की थी। उसे खेलने का मौका दिया तो बेटे की मेहनत भी रंग लाई। दिनेश ने जूनियर क्रिकेट का महेंद्र सिंह धोनी बन टीम को फाइनल तक पहुंचाने में सहयोग किया और फाइनल में शानदार प्रदर्शन कर टीम को विजय दिलाई।

सेमीफाइनल में 500 के स्ट्राइक रेट से बनाए थे रन
दिनेश बाना के पिता महावीर सिंह ने बताया कि सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेटे ने धाकड़ बल्लेबाजी करते हुए चार बॉल में 20 रन बनाए। बेटे की बैटिंग का नंबर लास्ट में आया, लेकिन इसी चार बॉल में बेटे ने बल्लेबाजी करते हुए कमाल कर दिया। सेमीफाइनल में बेटे ने चार बॉल में दो छक्के और दो चौके मारे और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उसका स्ट्राइक रेट 500 रहा।
दिनेश बाना
सचिन तेंदुलकर हैं दिनेश बाना के आदर्श
दिनेश के कोच रणवीर का कहना है कि दिनेश पूर्व क्रिकेटर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानता है। दिनेश वर्ष 2012 से उनके पास सेंट सोफिया स्पोर्ट्स एकेडमी में अभ्यास कर रहा है। शनिवार को दिनेश का मैच देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़ी रही।
सुधार रहे अपनी कीपिंग
कोच रणवीर कहते हैं कि दिनेश बाना अभी मिडिल-लोअर ऑर्डर में खेलते हैं। अगर उन्हें ऊपरी क्रम पर बैटिंग करने का मौका मिला तो उनकी कमाल की बल्लेबाजी पूरी दुनिया का ध्यान खींच सकती है। दिनेश बाना की विकेटकीपिंग बेहतरीन है। वे अपनी कीपिंग सुधारने के लिए आठ-नौ घंटे की प्रैक्टिस करते हैं।