चंडीगढ़: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरण कुमार के शव का पोस्टमार्टम बुधवार को शुरू कर दिया गया। एसएसपी चंडीगढ़ कंवरदीप कौर ने उनके शव को सेक्टर 24 स्थित आवास से पीजीआई अस्पताल तक पहुंचाया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पूरण कुमार की पत्नी, आईएएस अमनीत पी कुमार ने पोस्टमार्टम की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि उन्हें यूटी पुलिस और हरियाणा सरकार की तरफ से निष्पक्ष जांच और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई का भरोसा है। इसके तहत शव का पोस्टमार्टम गठित चिकित्सकों के बोर्ड, बैलिस्टिक विशेषज्ञ और मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में, पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए, वीडियोग्राफी के साथ किया जा रहा है।
अमनीत कुमार ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका और पुलिस पर पूरा भरोसा है और वे जांच दल को हर संभव सहयोग देंगी ताकि जांच तेज और निष्पक्ष तरीके से पूरी हो। उन्होंने मीडिया से भी मामले की संवेदनशीलता का सम्मान करने का अनुरोध किया। सूत्रों के अनुसार, वाई पूरण कुमार का अंतिम संस्कार शाम चार बजे सेक्टर 25 शमशान घाट में किया जाएगा, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ जिला अदालत ने मंगलवार को अमनीत कुमार को नोटिस जारी किया था। पुलिस की ओर से अदालत में आवेदन किया गया था कि वाई पूरण कुमार के शव का पोस्टमार्टम कराया जाए। परिवार की सहमति न मिलने पर पुलिस को अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
इस बीच, दिवंगत अधिकारी की आत्महत्या के मामले में गठित 31 सदस्यीय पारिवारिक कमेटी ने डीजीपी के छुट्टी पर जाने और नए डीजीपी की नियुक्ति पर संतोष जताया है। कमेटी अध्यक्ष, रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर जयनारायण ने बताया कि आज दोपहर 3:30 बजे सेक्टर 17 से पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ प्रशासक गुलाबचंद कटारिया के आवास तक शांतिपूर्ण पैदल मार्च निकाला जाएगा, जिसमें न्याय की मांग का ज्ञापन सौंपा जाएगा।
महापंचायत के दौरान सेक्टर 20 में 48 घंटे में डीजीपी और रोहतक के पूर्व एसपी की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम पूरा हो गया। समिति ने मंगलवार शाम सेक्टर-24 स्थित वाल्मिकी मंदिर में बैठक की और उसके बाद पूरण कुमार के परिवार से संपर्क किया। जयनारायण ने सभी प्रदर्शनकारी संस्थाओं से शांति और संयम बनाए रखते हुए न्याय की मांग जारी रखने की अपील की।