हिमाचल प्रदेश में कई दिनों तक लगातार बारिश के बाद शुक्रवार को मौसम तो साफ हुआ, लेकिन आपदाग्रस्त हालात अब भी जारी हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण सैकड़ों सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर और जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। भरमौर में फंसे मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं को शुक्रवार सुबह वायुसेना के दो चिनूक हेलिकॉप्टर से चंबा लाया गया। एक उड़ान में लगभग 52 से 60 श्रद्धालुओं को हेलीपैड पर उतारा गया। यह हिमाचल में आपदा के दौरान चिनूक हेलिकॉप्टर के इस्तेमाल का पहला मामला है।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि हेलिकॉप्टर के जरिए श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट किया जा रहा है और मौसम साफ रहने पर कल तक सभी फंसे यात्रियों को सुरक्षित चंबा पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मणिमहेश यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए एसओपी तैयार की जाएगी और लंगर समितियों से अब कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
राज्य में सड़कें और बिजली आपूर्ति प्रभावित
राज्य में शुक्रवार सुबह तक चार नेशनल हाईवे सहित कुल 1,217 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा 1,868 बिजली ट्रांसफार्मर और 669 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं। चंबा जिले में 187, कुल्लू 230, मंडी 280, शिमला 261 और सिरमौर में 70 सड़कें बंद हैं। बिजली आपूर्ति में भी कई उपमंडलों में समस्या बनी हुई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्किलें बढ़ गई हैं। शिमला जिले के रामपुर ज्यूरी में पहाड़ी से भारी चट्टानें गिरने के कारण एनएच-5 पर यातायात अवरुद्ध है।
बारिश का पूर्वानुमान और चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कुछ हिस्सों में 11 सितंबर तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। 8 और 9 सितंबर को कुछ स्थानों पर भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बीती रात बग्गी में 61.3 मिलीमीटर, करसोग 24.2 मिलीमीटर और धौलाकुआं में 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
कुल्लू में भूस्खलन, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
कुल्लू जिले में गुरुवार सुबह इनर अखाड़ा बाजार के मठ क्षेत्र में दो घर भूस्खलन की चपेट में आ गए। 10 लोग मलबे में दब गए, जिनमें से एक की मौत हो गई और तीन को बचा लिया गया। छह लोग अभी भी मलबे में दबे हैं। मंगलवार रात हुए भूस्खलन में दो लोग भी लापता हैं। एनडीआरएफ की टीम इन लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
मुख्यमंत्री का दौरा
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर से जुब्बड़हट्टी से कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने आपदा प्रभावितों में राशन वितरित किया और कुल्लू व मनाली के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया।