जम्मू-कश्मीर में शनिवार शाम हुए ब्लास्ट में बेगूसराय के लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार व उनके एक साथी शहीद हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पूरे बेगूसराय में मातम छा गया। ऋषि कुमार बेगूसराय जिला मुख्यालय के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी राजीव रंजन के पुत्र थे। ऋषि कुमार एक साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। वह 22 नवंबर को अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए आने वाले थे।
ऋषि लखीसराय के पिपरिया के रहने वाले थे। कई दशक पूर्व से ही जीडी कॉलेज के समीप पिपरा रोड में घर बना कर रह रहे थे। दादा जी के रिफाइनरी में कार्यरत रहने के कारण यहीं बस गए थे। पार्थिव शरीर आज दोपहर तक बेगूसराय पहुंचने की संभावना है।
मौत की खबर मिलते ही पूर परिवार में सन्नाटा सा छा गया। शहीद के पिता ने बताया कि टेलीफोन पर तकरीबन 7:30 बजे सूचना मिली। शहीद ऋषि कुमार के पिता ने यह भी कहा कि 4 दिन पहले ही मां से बात की थी। बोला था- बहन की शादी में छुट्टी लेकर आ रहा हूं।
29 नवंबर को है छोटी बहन की शादी
घटना की सूचना मिलने के बाद सेना में ही कार्यरत ऋषि के रिश्तेदार मौके पर पहुंच चुके हैं। इधर, इकलौते पुत्र के शहीद होने की खबर के बाद से ही पूरा परिवार बेहाल है। ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई और पिता के दो भाइयों में इकलौते चिराग थे। परिजनों ने बताया कि हम सभी ऋषि के छोटी बहन की 29 नवंबर को होने वाली शादी की तैयारी कर रहे थे।
गश्त के दौरान हुए विस्फोट ने ली जान
ऋषि कुमार शनिवार की शाम अपने टीम के साथ बॉर्डर इलाके सुंदरवन सेक्टर के रजौरी नौशेरा में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब छह बजे विस्फोट में ऋषि समेत दो अधिकारियों की मौत हो गई। कई जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। कंपनी कमांडर ने शनिवार की देर शाम करीब 7:30 बजे पिता को फोन पर घटना की सूचना दी। सूचना के अनुसार सेना की टीम घटना के कारणों की जांच जारी है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आईईडी विस्फोट था या आंकियों द्वारा किया गया कोई माइंस विस्फोट।