जम्मू-कश्मीर में बादल फटने और भारी बारिश से तबाही, भूस्खलन में बच्ची की मौत

जम्मू-कश्मीर में बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक मूसलधार बारिश ने कहर बरपा दिया। कठुआ जिले में बादल फटने से 24 घंटे में 174.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। उधमपुर के चिनैनी क्षेत्र में भी बादल फटने की आशंका जताई जा रही है।

लखनपुर में मालगाड़ी पटरी से उतरी, ट्रेन सेवाएं बाधित

जम्मू-पठानकोट रेल मार्ग पर लखनपुर के समीप गुरुवार सुबह करीब 5 बजे भारी मलबा ट्रैक पर आने से एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। इससे रेल यातायात प्रभावित हुआ और कई ट्रेनें देरी से रवाना हुईं। वंदे भारत एक्सप्रेस कठुआ से दिल्ली चार घंटे की देरी से चली, जबकि बेगमपुरा एक्सप्रेस और जम्मू तवी जाने वाली ट्रेनें भी तीन घंटे से अधिक समय तक लेट रहीं।

रेलवे प्रशासन के अनुसार, इंजन और एक वैगन के बेपटरी होने से ट्रैक को नुकसान पहुंचा है, जिसकी मरम्मत कार्य देर रात तक जारी रहा।

भूस्खलन से बच्ची की मौत, स्टेडियम की दीवार गिरी

कठुआ जिले में लखनपुर-जगतपुर लिंक रोड क्षतिग्रस्त हो गया है, वहीं स्पोर्ट्स स्टेडियम की दीवार गिरने की भी सूचना है। बसोहली मार्ग भी भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया। पुंछ जिले के चक बनोला गांव में दोपहर बाद हुए भूस्खलन में 11 वर्षीय बच्ची की जान चली गई। यह चार दिनों में तीसरी भूस्खलन की घटना है, जिसमें दूसरी मौत हुई है।

मौसम विभाग ने 14 से 16 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया

मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के निदेशक डॉ. मुख्तियार अहमद के अनुसार, कठुआ में 9 जुलाई की रात केवल एक घंटे में 100 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो तकनीकी रूप से बादल फटने की श्रेणी में आती है। पिछले 24 घंटे में यहां कुल 174.8 मिमी बारिश हुई, जो हाल के वर्षों में रिकॉर्ड स्तर की मानी जा रही है।

मौसम विभाग ने आगामी 14 से 16 जुलाई तक जम्मू संभाग के रियासी, उधमपुर, जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है। इन क्षेत्रों में बाढ़, भूस्खलन और चट्टानों के गिरने की चेतावनी दी गई है।

चिनैनी के सराड़ गांव में बादल फटने की आशंका, अफरा-तफरी का माहौल

चिनैनी उपमंडल के सराड़ गांव में गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे अचानक नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की तेज आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकल आए। पूर्व सरपंच सुदेश चंद्र ने कहा कि मौसम साफ होने के बावजूद नदी-नालों में अचानक आया उफान बादल फटने की ओर इशारा करता है।

प्रशासन सतर्क, लोगों को सतर्क रहने की अपील

एसडीएम डॉ. रणजीत सिंह कोतवाल ने जानकारी दी कि संभावित बादल फटने की सूचना मिलते ही तहसीलदार और नायब तहसीलदार को मौके पर भेजा गया है। प्रशासन ने लोगों से तवी नदी और अन्य जलधाराओं से दूर रहने की अपील की है। गौरतलब है कि यही क्षेत्र कुछ दिन पहले भालुओं के हमले में आठ मवेशियों की मौत का गवाह भी बना था।

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