जम्मू-कश्मीर के तीन जिलों में टीबी रोग के मामले साठ से अस्सी प्रतिश्यात कम हुए हैं। इन तीनों ही जिलों को गोल्ड मेडल के लिए हकदार माना गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि टीबी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए शुरू किए गए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत गत पांच वर्ष में कश्मीर के तीन जिलों ने शानदार काम किया है। इन जिलों में अनतंनाग, कुपवाड़ा और पुलवामा शामिल हैं।
इन पांच सालों में तीनों जिलों में साठ से अस्सी प्रतिशत मामले कम हुए हैं। देश में अन्य प्रदेशों के पांच अन्य जिलों में भी इतने ही मामले कम हुए हें। इन सभी जिलों को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे। नियमों के अनुसार जिन जिलों में बीस प्रतिशत तक मामले कम हुए हों, वे सरकार से कांस्य पदक के लिए दावा कर सकते हैं। उन्हें दो लाख रुपयों का नकद पुरस्कार मिलता है।
इसी तरह चालीस प्रतिशत तक मामले कम होने पर रजत पदक मिलता है। साठ प्रतिशत मामले कम होने पर गोल्ड मेडल मिलता है। अगर अस्सी प्रतिशत तक मामले कम हो जाएं तो जिले को टीबी मुक्त कहा जाता है। टीबी मुक्त होने पर दस लाख रुपयों का इनाम मिलता है।
जम्मू-कश्मीर में अनतंनाग, कुपवाड़ा और पुलवामा जिलों ने साठ से अस्सी प्रतिशत मामले कम करके गोल्ड मेडल के लिए दावा किया था। वहीं बारामुला जिले में बीस प्रतियात मामले कम होने पर उसे कांस्य पदक मिला। पूरे देश में 55 जिलों को कांस्य पदक मिलेगा। देश में कुल 27 जिलों को रजत पदक मिल रहा है लेकिन इनमें जम्मू-कश्मीर का कोई भी जिला शामिल नहीं है।