जम्मू में रविवार को पुलिस ने आतंकी सुनैन को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। उससे पूछताछ में कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं हैं। उसको जम्मू में किसी व्यक्ति को मारने (सिलेक्टिव किलिंग) का टारगेट दिया गया था। इतना ही नहीं आतंकी सुनैन जम्मू रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर कहीं जाने की फिराक में था।। अब उसे ट्रेन पकड़कर कहां जाना था, यह फिलहाल जांच का विषय है। लेकिन आतंकी के दिल्ली जाने की आशंका भी है। इसके साथ एक सवाल यह भी है, यदि उसे किसी व्यक्ति को मारने का टारगेट दिया गया था तो वह दिल्ली जाकर किसको मारना चाहता था? इसे लेकर भी आतंकी से गहन पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि आतंकी अपने हैंडलरों से डार्कबेव एप के जरिये बात करता था। यह एक ऐसा एप है, जिसमें होने वाली बात की पुलिस आधिकारिक तौर पर कोई भी जानकारी हासिल नहीं कर सकती। आमतौर पर आतंकी व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे एप का इस्तेमाल करते हैं।
सूत्रों के अनुसार वह किसी पुलिस अफसर या फिर किसी नेता को मारने आया था, क्योंकि उसको सिलेक्टिव टारगेट दिया गया था। यही कारण है कि इसको लोडेड पिस्टल देकर भेजा गया था, ताकि हत्या करने के बाद वह फरार हो सके। लेकिन पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर इसे पहले ही दबोच लिया। सुनैन पिछले डेढ़ साल से टीआरएफ(द रेजिस्टेंस फ्रंट) के लिए काम कर रहा है।
ये हो चुके सिलेक्टिव किलिंग का शिकार
किश्तवाड़ में भाजपा नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार की हत्या सिलेक्टिव थी। किश्तवाड़ में ही आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा की सिलेक्टिव किलिंग हुई। कश्मीर में सब इंस्पेक्टर अर्शीद अहमद, अच्छाबल पुलिस स्टेशन के एसएचओ फिरोज अहमद डार भी सलेक्टिव किलिंग में शहीद हुए थे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना को आतंकी जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इसमें आतंकी साफ कहता हुआ नजर आ रहा था कि रवींद्र रैना कश्मीर को लेकर बोलना बंद कर दें।
रैना को दो बार पत्र लिखकर भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। पूर्व मंत्री रमण भल्ला और जम्मू के एक उद्योगपति को भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।