झारखंड (Jharkhand) के दुमका (Dumka) शहर में हुए अंकिता हत्याकांड (Ankita Murder Case) को लेकर जिस डीएसपी के नाम पर बीजेपी ने आपत्ति जताई थी अब उसे इस केस से हटा दिया गया है. डीएसपी नूर मुस्तफा (Noor Mustafa) को हटाने की मांग परिवार वालों ने भी की थी. पूर्व सीएम और बीजेपी नेता रघुवर दास (Raghubar Das) ने भी डीएसपी नूर मुस्तफा पर PFI से मिली भगत का आरोप भी लगाया है.
बता दें कि 23 अगस्त को अंकिता नाम की 12वीं की एक छात्रा पर उसी के मोहल्ले के लड़के युवक शाहरुख ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. इसके बाद 90 फीसदी झुलसी हुई छात्रा की रिम्स रांची (Ranchi) में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार को छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई है.
दुमका में हुए इस हत्याकांड को लेकर झारखंड के मुख्मंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, "समाज में कई तरह की कुरीतियां देखने को मिल रही हैं. यह घटना दिल दहला देने वाली है और कानून अपना काम कर रहा है. इस घटना के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, हमारी कोशिश है कि उसे जल्द से जल्द सजा मिले. ऐसी घटनाओं के लिए समाज में कोई जगह नहीं है और इस तरह की घटनाओं में सजा देने वाले प्रावधानों को और कड़ा करने की जरूरत है." सीएम हेमंत सोरेन ने कहा ऐसे लोगों को माफ नहीं किया जाना चाहिए.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग
वहीं छात्रा की मौत के बाद दुमका में गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आए और इस घटना के विरोध में शहर की दुकानें बंद कर दी. इस दौरान शहर में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. प्रदर्शनकारियों ने आरोपी शाहरुख के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की है. वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने जल्द ही बड़ा खुलासा करने का दावा किया है.
शहर में धारा 144 लागू
इस हत्याकांड में आरोपी शाहरुख समेत दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं सांप्रदायिक तनाव का ध्यान रखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी है और दुमका शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.