झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पीछे ईडी पड़ी हुई है और प्रदेश में सियासी उथल पुथल है। इसी राजनीतिक हलचल के बीच, पूर्व सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन ने बुधवार को अपनी शादी की 18वीं सालगिरह के मौके पर अपने पति को एक योद्धा बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह एक योद्धा की जीवनसाथी हैं और हमेशा उनकी ताकत बनी रहेंगी।

सिर झुकाना स्वीकार नहीं
कल्पना ने कहा कि भले ही शादी की सालगिरह पर उनके पति परिवार के साथ न हो, लेकिन वह भावुक नहीं होंगी क्योंकि हेमंत साजिश से बाहर निकलेंगे और एक विजेता के रूप में उभरेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हेमंत जी ने झारखंड की पहचान और अस्तित्व की रक्षा के लिए सिर झुकाना स्वीकार नहीं किया। उन्होंने खुद को समर्पित कर साजिश का मुकाबला करने का विकल्प चुना।

शादी की 18वीं सालगिरह
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, 'आज हमारी शादी की 18वीं सालगिरह है, लेकिन हेमंत जी परिवार और बच्चों के साथ नहीं हैं। हमें विश्वास है कि वह इस साजिश से बाहर निकलेंगे और विजेता के रूप में उभरकर जल्द ही हमारे पास होंगे। मैं झारखंड के बहादुर योद्धा की जीवनसाथी हूं। मैं आज भावुक नहीं होऊंगी। हेमंत जी की तरह मैं भी मुश्किल परिस्थितियों में मुस्कुराऊंगी और उनके साहस व संघर्ष में शक्ति बनूंगी।'

लड़ाई जारी रहेगी
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन के पांच जनवरी को बहुमत साबित करने और हेमंत सोरेन के झारखंड विधानसभा में जबरदस्त भाषण देने के बाद कल्पना ने एलान किया कि अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

पूर्व में मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही कल्पना सोरेन को शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन से विरोध का सामना करना पड़ा था। कल्पना ने कहा, 'मैंने लड़ाई लड़ी और मैं लड़ाई जारी रखूंगी। हम जीत गए और हम जीतेंगे।'

कल्पना ने पोस्ट में कहा, 'जब तक झारखंड के योद्धा (हेमंत सोरेन) केंद्र और भाजपा की साजिश को हराकर हमारे पास नहीं आते तब तक मैं उनकी जिम्मेदारी संभालूंगी। हमारे बहादुर योद्धाओं ने अन्याय और दबाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और अब फिर से समय आ गया है। आपका प्यार और आशीर्वाद बना रहना चाहिए।'

मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने विश्वास मत में आसान जीत हासिल की
गौरतलब है, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो नीत गठबंधन सरकार ने सोमवार को 81 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास मत में आसान जीत हासिल की थी। विश्वास मत में चंपाई सरकार के पक्ष में 47 विधायकों ने और 29 विधायकों ने विरोध में मतदान किया था। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के विश्वास मत में जीत हासिल करने के तुरंत बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल्पना सोरेन से उनके आवास पर मुलाकात की थी। वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी कल्पना सोरेन के साथ राहुल की एक तस्वीर साझा की थी।

विश्वास मत से पहले सदन को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा था, '31 जनवरी भारत के इतिहास में एक काला अध्याय है। राजभवन के आदेश पर एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया। भाजपा नहीं चाहती कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री झारखंड में पांच वर्ष पूरे करे। उन्होंने अपने खुद के शासनकाल में ऐसा नहीं होने दिया।' 

उन्होंने आगे कहा था, 'हालांकि, मैं अभी आंसू नहीं बहाऊंगा। मैं सामंती ताकतों को उचित समय पर करारा जवाब दूंगा।'