रायपुर। राजधानी से लगे माना स्थित वीआईपी सुरक्षा वाहिनी चौथी बटालियन के एक जवान ने बैरक में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात की है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि मृतक ने खुदकुशी करने से पूर्व आखिरी बार पत्नी से फोन पर लंबी बात की थी। उसके बाद उसने आत्मघाती कदम उठाया।
मंगलवार सुबह बैरक में फंदे पर जवान की लाश देख साथी जवानों ने अफसरों को जानकारी दी। उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मृत कांस्टेबल सोन साय पैकरा सूरजपुर जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के ग्राम करसी का रहने वाला था। यह गृहमंत्री रामसेवक पैकरा का गृह क्षेत्र है। घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी गई है।
माना टीआई विरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि कांस्टेबल सोनसाय पैकरा (35) ने बैरक नंबर 8 में सीढ़ी के सबसे ऊपरी प्लेटफार्म की सीलिंग में लगे लोहे के पाइप पर गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। साथी जवानों के मुताबिक सोनसाय ने रात साढ़े आठ बजे बैरक में सभी साथियों के साथ खाना खाया, फिर छत पर चला गया था।
वहां पर काफी देर तक अपनी पत्नी से मोबाइल पर बात की। उसने फांसी कब और क्यों लगाई, यह पता नहीं चल पाया है। मंगलवार सुबह 7 बजे जब साथी जवान उठकर घटनास्थल पर गए तब उसकी लाश देखी। पुलिस ने लाश को नीचे उतरवाकर उसे पोस्टमार्टम के लिए अंबेडकर अस्पताल भिजवाया। दोपहर बाद पोस्टमार्टम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया।
18 दिन की छुट्टी बिताकर आया था
जवान की खुदकुशी के बाद छुट्टी को लेकर परेशान होने की खबरें आ रही थीं, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि 18 दिन की छुट्टी बिताकर 4 नवम्बर 2016 को वह वापस माना लौटा था। वर्ष 2011 में वीआईपी सुरक्षा वाहिनी चौथी बटालियन में भर्ती सोनसाय काफी हंसमुख व मिलनसार व्यवहार का था।
वह वीआईपी ड्यूटी के साथ अक्सर गृह मंत्री के बंगले में ड्यूटी करता था। उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी और उसके बच्चे भी हैं। पुलिस के मुताबिक कॉल डिटेल की जांच करने पर उसने आखिरी कॉल पत्नी को किया था। पत्नी से क्या बातचीत हुई कि उसने कुछ देर बाद खुदकुशी कर ली, क्या वह घरेलू तनाव में था या किसी से विवाद था? आदि बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है।