रांची: झारखंड में शिक्षा के इस्लामीकरण का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों ने बुधवार को राज्य विधानसभा के अंदर और बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. सत्र की कार्यवाही शुरू होने के पहले भाजपा विधायकों ने नारे लिखी तख्तियों को साथ सदन के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया.

सदन कार्यवाही के दौरान लगे भड़काऊ नारे

विधायकों ने मांग की कि शिक्षा का इस्लामीकरण बंद करो, तुष्टिकरण की राजनीति बंद करो, गौ तस्करों को संरक्षण देना बंद करो जैसे नारे लगाये. बाद में सदन की कार्यवाही के दौरान भी भाजपा विधायकों ने इन्हीं मुद्दों को लेकर बोल-बम के नारे लगाये.

एक धर्म विशेष को खुश करने का आरोप

भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि जब से राज्य में हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी है शिक्षा का इस्लामीकरण किया जा रहा है. स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी दी जा रही है. कहा कि यह सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. एक धर्म विशेष के लोगों को खुश करने के लिए ऐसा काम किया जा रहा है.

वेल में पहुंच कर किया हंगामा

सदन में कार्यवाही के दौरान नारे लगाते भाजपा के विधायक वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे. इसपर स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने तंज कसते हुए कहा कि अगर ऐसे ही आप लोकतंत्र की रक्षा करना चाहते हैं, तो ठीक है. सदन की कार्यवाही देख रहे लोग ही समझेंगे कि कौन किस तरह की भूमिका निभा रहा है.

विधायकों के निलंबन पर भी विरोध

BJP विधायकों ने मंगलवार को स्पीकर की तरफ से अपनी पार्टी के चार विधायकों के निलंबन पर भी विरोध जताया. विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सरकार के इशारे पर स्पीकर ने यह कार्रवाई की है. जेपी पटेल सदन में नहीं थे, फिर भी उन्हें निलंबित किया गया. उन्होंने कहा कि सरकार को यह भय था कि मनी बिल पर सदन में सरकार कहीं गिर ना जाये, इसलिए चार विधायकों को निलंबित किया गया. हंगामे के बाद भी स्पीकर ने कार्यवाही जारी रखी तो विधायकों का निलंबन वापस न लिये जाने पर भाजपा के सभी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.