झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच महागठबंधन की सरकार अब राज्यपाल पर नोटिफिकेशन जारी करने का दबाव बनाने लगी है। महागठबंधन के विधायकों ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल नोटिफिकेशन जारी करवाने में जानबूझकर देरी कर रहे हैं, ताकि BJP को हॉर्स ट्रेडिंग करने का टाइम मिल जाए। महागठबंधन के विधायकों ने राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात के लिए समय मांगा है।
वहीं, दूसरी तरफ BJP के सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के कई MLA अभी भी BJP के संपर्क में हैं। झारखंड कांग्रेस के एक बड़े नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इसकी पूरी जानकारी राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को है। वे अपने विधायकों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। राज्य में टूटती कांग्रेस को एकजुट रखने के लिए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे पिछले दो दिनों से झारखंड में डेरा डाले हुए हैं और विधायकों से वन टु वन मीटिंग कर रहे हैं।
CM हेमंत सोरेन को भी इस बात का डर है कि BJP राज्य में सरकार गिराने के लिए कोई बड़ी चाल चल सकती है। यही कारण है कि वो विधायकों को कभी डिनर तो कभी सियासी पिकनिक पर लेकर निकल रहे हैं। वे यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि सरकार में सब ऑल इज वेल है।
महागठबंधन के विधायकों ने राज्यपाल से मांगा मिलने का समय
महागठबंधन के विधायकों ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। महागठबंधन के विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर चुनाव आयोग के फैसले को सार्वजनिक करने की मांग करेगा। हालांकि राज्यपाल ने समय दिया है या नहीं अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बसंत सोरेन पर सुनवाई आज
वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई और दुमका से विधायक बसंत सोरेन की सदस्यता पर दोपहर 3 बजे के बाद चुनाव आयोग के दिल्ली कार्यालय में सुनवाई होनी है। लगभग 1 से डेढ़ घंटे तक यह सुनवाई चलने की संभावना है।
सोरेन की विधायकी पर आज जारी हो सकता है नोटिफिकेशन
इस बीच, अब महागठबंधन के नेता राजभवन पर दबाव बनाने लगे हैं। वे सीधा राज्यपाल को चुनौती दे रहे हैं। चंपई सोरेन ने कहा कि राजभवन के पास अगर निर्वाचन आयोग ने कोई रिपोर्ट भेजी है, तो उसे तत्काल ही सार्वजनिक करना चाहिए। ऐसे में इस बात की संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग सोमवार को कभी भी CM हेमंत सोरेन की विधायकी से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर सकता है।
हेमंत के साथ छोटे भाई बसंत सोरेन पर भी आज आएगा फैसला
CM हेमंत सोरेन के साथ उनके छोटे भाई बसंत सोरेन की विधायकी को लेकर फैसला भी आज चुनाव आयोग की तरफ से सुनाया जा सकता है। इसकी सुनवाई लगभग पूरी कर ली गई है। अब माना जा रहा है कि दोनों भाइयों की सदस्यता पर फैसला एक साथ सुनाया जा सकता है।