रांची की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने आईएएस अधिकारी छवि रंजन को ईडी की छह दिन की हिरासत में भेज दिया है। ईडी जमीन घोटाले में आईएएस छवि रंजन से पूछताछ करेगी। इससे पहले बीते कल आईएएस अधिकारी को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। आईएएस छवि रंजन पर रांची में अवैध रूप से जमीन हड़पने और बेचने का आरोप है। आईएएस छवि रंजन फिलहाल झारखंड के समाज कल्याण विभाग में निदेशक पद पर हैं। रांची में डिप्टी कमिश्नर रहने के दौरान घोटाले के आरोप लगे हैं। 

जेल में गुमसुम दिखे आईएएस अधिकारी
जमीन घोटाले के मामले में गुरुवार को आईएएस छवि रंजन को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले 13 और 24 अप्रैल को छवि रंजन से जमीन घोटाले को लेकर ईडी ने पूछताछ की थी। गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद शाम करीब साढ़े चार बजे आईएएस छवि रंजन को जेल ले जाया गया। जेल मैनुअल के अनुसार, छवि रंजन की  बंदी से संबंधित दस्तावेज तैयार किए गए और छवि रंजन और उनके सामान की तलाशी ली गई। छवि रंजन को जेल के अपर डिवीजन सेल में रखा गया है। जेल में आईएएस छवि रंजन गुमसुम दिखे और उन्होंने जेल प्रशासन से कोई फरमाइश नहीं की। छवि रंजन रात में बेचैन दिखाई दिए। 

क्या है मामला
आरोप है कि झारखंड में जमीन घोटाले को एक सिंडिकेट ने अंजाम दिया। इस सिंडिकेट में भू-माफिया, बिचौलिए और नौकरशाह शामिल हैं। जमीन के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर इस घोटाले को अंजाम दिया गया। इस सिंडिकेट पर आरोप है कि इसने रांची में साढ़े चार एकड़ रक्षा भूमि को हड़पने के लिए जाली दस्तावेज बनाए गए। बाद में उस जमीन को फर्जी तरीके से पश्चिम बंगाल की एक कंपनी को बेच दिया गया। आईएएस छवि रंजन की गिरफ्तारी भी इस मामले की जांच से जुड़ी है। 

झारखंड सरकार के कुछ कर्मचारियों की भी जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तारी हुई है। इन लोगों पर जमीन के जाली दस्तावेज बनाने में लिप्त रहने का आरोप है। छवि रंजन 15 जुलाई 2020 से लेकर 11 जुलाई 2022 के बीच रांची के उपायुक्त रहे थे, उसी दौरान आईएएस अधिकारी पर कथित तौर पर भूमि सौदे में  शामिल होने का आरोप है। आईएएस छवि रंजन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए कई भूखंडों की प्रकृति में बदलाव कराया था।