नक्सलियों के खिलाफ झारखंड में सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है। मंगलवार को 10 लाख के इनामी माओवादी जोनल कमांडर सुरेश सिंह मुंडा और उसके सहयोगी एरिया कमांडर व दो लाख के इनामी नक्सली लोदरो लोहार ने आत्मसमर्पण कर दिया। सुरेश सिंह मुंडा रांची के बुंडू थाना अंतर्गत बाराहातू का रहने वाला है। सुरेश सिंह मुंडा पर 67 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जबकि लोदरो पर करीब 54 मामले दर्ज हैं। लोदरो खूंटी का रहने वाला है। आत्मसमर्पण के दौरान IG अभियान एवी होमकर सहित पुलिस व CRPF के आला अधिकारी मौजूद थे। वहीं ठीक 24 घंटे पहले लोहरदगा व लातेहार की सीमा पर पुतरार और पिपराखाड़ में छिपाकर रखे गए कुल 175 KG विस्फोटक बरामद किया गया है। सुरेश सिंह मुंडा 6 वर्ष की उम्र में कुंदन पाहन के लिए दस्ते के साथ चला गया था। उसने रांची व खूंटी इलाके में संगठन के लिए काम किया।
लगातार मिल रही सफलता से बढ़ा उत्साह
झारखंड पुलिस राज्य को अलग-अलग जोन में बांटकर नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चला रही है। इनमें सारंडा का इलाका बेहद अहम है। इसमें सरायकेला-खरसांवा, खूंटी, रांची व पश्चिमी सिंहभूम के सीमावर्ती इलाके शामिल हैं। इसके अलावा पारसनाथ क्षेत्र है। इसके बाद गुमला, लोहरदगा व लातेहार का क्षेत्र तथा बूढ़ा पहाड़ के इलाके पर अलग से फोकस किया गया है। सभी क्षेत्रों में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इन क्षेत्रों में नक्सलियों का अलग-अलग गिरोह सक्रिय है। सुरक्षा बल इनके खात्मे के लिए एक तरफ जहां ऑपरेशन चला रहे हैं वहीं दूसरी तरफ लगातार समर्पण कराया जा रहा है।