साल 2019 के विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को याद दिलाने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने युवा आक्रोश रैली निकाली। विरोध-प्रदर्शन के दौरान बिगड़ते हालातों को देखते हुए पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। हालांकि, ‘युवा आक्रोश रैली’ से पहले रांची प्रशासन ने मोरहाबादी मैदान के पास निषेधाज्ञा लागू कर धरना, रैली और जनसभा करने पर रोक लगा दी है। फिर भी हंगामा जारी है।
बता दें, यह आदेश शुक्रवार को सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक प्रभावी रहेगा।
हेमंत सरकार पर अन्याय का आरोप
भाजपा ने हेमंत सरकार पर अन्याय के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) कार्यकर्ताओं की ‘आवाज दबाने’ का आरोप लगाया है। पार्टी का दावा है कि विधानसभा चुनाव में सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने में मुश्किल से दो महीने बचे हैं।
500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू
रांची के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) उत्कर्ष कुमार ने कहा कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (बीएनएसएस) की धारा 163 को मोरहाबादी मैदान को छोड़कर उसके 500 मीटर के दायरे में लागू कर दिया गया है। निषेधाज्ञा में विशेष रूप से जनसभा, रैली, धरना, प्रदर्शन करने और इस परिधि के भीतर पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया गया है तथा क्षेत्र में ‘लाउडस्पीकर’ बजाने पर भी प्रतिबंध है।
मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की भी योजना
आधिकारिक विज्ञप्ति में चिंता व्यक्त की गई थी कि कुछ संगठन या दल धरना, प्रदर्शन और रैली आयोजित करने की योजना बना रहे हैं तथा उनके द्वारा मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की भी योजना है। इस तरह की गतिविधियों से सरकारी कामकाज प्रभावित हो सकता है, यातायात प्रभावित हो सकता है, कानून व्यवस्था की स्थिति बन सकती है और सार्वजनिक स्थानों पर व्यवधान हो सकता है। इसलिए निषेधाज्ञा लागू की गई है।
डरा हुआ मुख्यमंत्री बताया
इस बीच, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झामुमो सरकार पर आरोप लगाया कि वह भाजयुमो कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिलों से रांची पहुंचने से रोक रही है। कई बसों को जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि केवल एक डरा हुआ मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) ही इस तरह के हथकंडों का सहारा ले सकता है।
वह न तो सरकार चला पा रहे हैं और न ही अपनी पार्टी को। हेमंत सोरेन शासन का राज्य में योगदान 7812 हत्याएं, 7115 दुष्कर्म, 6937 अपहरण, 8792 दंगे, 2721 लूट, 485 डकैती और 2,73,261 अन्य अपराध हैं। घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन हड़प रहे हैं, हर जगह खुलेआम लूट हो रही है। जब भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने पांच लाख नौकरियों जैसे चुनावी वादों के बारे में पूछा, तो उनकी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि वर्तमान झामुमो नीत सरकार के लिए गिने-चुने दिन बचे हैं और कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हमारी आवाज नहीं रोक सकीं तो आप हमारी आवाज कैसे दबा सकते हैं।