भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और पार्टी के तीन विधायक को पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश होना पड़ा। राज्य सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान हुए हंगामे के सिलसिले में उनसे पूछताछ चल रही है। पार्टी के मीडिया सह प्रभारी अशोक बदाइक के अलावा हटिया विधायक नवीन जायसवाल, रांची विधायक सीपी सिंह और कांके विधायक समरी लाल धुर्वा थाने में पेश हुए थे। 

प्रदश अध्यक्ष दीपक प्रकाश राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा- "मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर, प्रशासन ने उस दिन पानी की बौछारें छोड़ी, आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज किया, क्योंकि हम लोगों के मुद्दों को लेकर राज्य सचिवालय का घेराव करने गए थे। फर्जी मुकदमे भी दर्ज किए गए थे। हम भाजपा के कार्यकर्ता हैं और सभी नियमों का पालन करते हैं। जैसे ही हमें नोटिस दिया गया, हम जांच में सहयोग देने के लिए यहां पहुंचे।"

उन्होंने आगे कहा- हम लोगों के हक के लिए लड़ते रहेंगे, भले ही इसके लिए हमारे खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज हों।

भाजपा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से 15 अप्रैल को मुलाकात की। राज्य सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान पुलिस कार्रवाई पर न्यायिक जांच की मांग भी की। उन्होंने राज्यपाल को बताया कि कई नकली एफआईआर भी दर्ज किए गए थे। 

राज्य सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान सरकार के निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत 41 भाजपा नेताओं पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।