झारखंड में नियोजन नीति के खिलाफ एक बार फिर हड़ताल शुरू हो गई है। आज बंद का दूसरा दिन है। नियोजन नीति के विरोध में यूथ एसोसिएशन ने दो दिन 10 और 11 जून को राज्य में बंद का आह्वान किया है। बंद का पहला दिन कई जिलों में प्रभावी रहा, जिसके बाद दूसरे दिन पुलिस समर्थकों से निपटने के लिए अलर्ट हो गई है। 

रांची में तैनात किए गए पुलिस जवान 
बंद के पहले दिन की स्थिति देखने के बाद रांची में 15,000 पुलिस जवानों की तैनाती की गई। मुख्यमंत्री आवास, मोरहाबादी मैदान और उसके आस-पास इलाके में करीबन दो दर्जन से भी अधिक सीसीटीवी कैमरें लगाए गए हैं। दो ड्रोन कैमरों की भी व्यवस्था की गई है। 

टाटा-रांची रोड बंद कराने पहुंचे हजारों युवा
झारखंड बंद को लेकर समर्थकों ने सुबह से ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। रांची के बुंडू NH33 नेशनल रोड टाटा रांची रोड को बंद करने हजारों युवा पहुंचे हैं। उनके साथ छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो भी हैं। सिल्ली विधानसभा से पतराहातु की ओर भी राज्य छात्र संगठन बंद कराने निकल रहे हैं। वहीं कुछ सड़कों पर नियोजन नीति के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। 

सड़को पर हो रहे प्रदर्शन के कारण ओर-मांझी के पास लगभग तीन किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है, जिसमें छोटे से लेकर बड़े वाहन भी फंसे हुए हैं। हालांकि, इस दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझा कर सड़कों से हटाने की कोशिश करते दिखे। बंदी के पहले दिन शनिवार को युवाओं ने मशाल जुलूस निकाला था। रविवार को बंद के दौरान जमकर सड़कों पर नारेबाजी भी की गई। 

झारखंड के रांची, बोकारो, हजारीबाग समेत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। इन शहरों के कई इलाकों में छात्रों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। सरायकेला में बंद का आंशिक असर दिखा। यहां बंद के दौरान जिला मुख्यालय की दुकानें खुली रही तो वहीं यातायात भी सामान्य रहा।