दिल्ली से इंदौर आ रहे विमान से सोमवार को एक पक्षी टकरा गया। हादसा तब हुआ जब विमान इंदौर एयरपोर्ट पर उतरने ही वाला था। पायलट ने विमान को सकुशल उतार दिया। गनीमत रही कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। विस्तारा एयरलाइंस के इस विमान में करीब 100 यात्री थे। विमान उतरने के बाद निरीक्षण किया तो मामूली तकनीकी खराबी सामने आई, जिसे ठीक कर दिया।

दरअसल, विस्तारा एयरलाइंस का यह विमान (यूके-913/914) दिल्ली से इंदौर सुबह 7.55 बजे आता है।

इसके बाद सुबह 8.30 बजे वापस दिल्ली जाता है। सोमवार को भी यह सही समय पर इंदौर आया, लेकिन उतरने से कुछ देर पहले विमान से पक्षी टकरा गया। थोड़ी देर के लिए हड़बड़ाहट हुई लेकिन पायलट ने समझदारी से विमान को सुरक्षित उतार लिया। इससे पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भी घटना की सूचना दे दी।

विमान से यात्री उतरने के कुछ देर बाद ही दिल्ली जाने वाले 113 यात्री चढ़ गए थे, उसी समय पता चला कि विमान में तकनीकी खराबी आ गई है। इस कारण दिल्ली जाने वाले यात्रियों को वापस उतारा गया। बाद में दिल्ली से चार इंजीनियरों को लेकर दूसरा विमान आया। यही विमान दोपहर करीब दो बजे यात्रियों को लेकर दिल्ली रवाना हुआ। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार रात तक विमान की गड़बड़ी सुधार नहीं पाई।

पहले भी हुई हैं पक्षी टकराने की घटनाएं, अध्ययन के सुझावों पर अमल नहीं

इंदौर एयरपोर्ट पर विमान से पक्षी टकराने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। बीते चार साल में ऐसी 18 घटनाएं हुई हैं। ऐसी घटनाओं को लेकर विमानतल प्रबंधन भी चिंतित है। इसी कारण करीब एक साल पहले तमिलनाडु के सालिम अली पक्षी विज्ञान अनुसंधान केंद्र से इस पर एक अध्ययन कराया गया था।

इसके बाद कमेटी की बैठक में तत्कालीन एयरपोर्ट डायरेक्टर अर्यमा सान्याल ने अध्ययन की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा था कि एयरपोर्ट के पास सिरपुर तालाब के आसपास कचरा फेंकने के कारण यहां पक्षी आते हैं। एयरपोर्ट के दूसरी तरफ ह्विंकारगिरि की पहाड़ी और बिजासन माता मंदिर में आने वाले लोग पार्टी करते हैं और जूठन छोड़ जाते हैं। इसे खाने के लिए कई पक्षी एयरपोर्ट के आसपास मंडराते रहते हैं। कलेक्टर ने सिरपुर तालाब के आसपास कचरा और ह्विंकारगिरि व बिजासन पहाड़ी पर जूठन फेंकने पर रोक लगाने के लिए नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए थे। पर अब तक भी इस पर अमल नहीं हो पाया है।