इंदौर। केट रोड स्थित एक केमिकल गोदाम में सोमवार शाम आग लगने से हड़कंप मच गया। हादसे में दो महिला कर्मचारियों की जलकर मौत हो गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कर्मचारियों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। बताया जा रहा है कि दीपावली की पूर्व संध्या पर जलाए गए दीपक से यह हादसा हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोदाम परिसर में दीपक जलाने के दौरान एक महिला की साड़ी में आग लग गई, जिससे कुछ ही देर में आसपास रखे केमिकल और सामान ने आग पकड़ ली। उस समय गोदाम में महिलाएं और कुछ बच्चे मौजूद थे। बच्चे किसी तरह बाहर निकलकर मदद के लिए चिल्लाए, जिसके बाद आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू
दमकल की कई गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया। जब फायर ब्रिगेडकर्मी अंदर पहुंचे तो दो महिलाएं जली हुई अवस्था में मिलीं। दोनों गोदाम की कर्मचारी बताई जा रही हैं। राहत टीम को आशंका है कि आग के दौरान कुछ और कर्मचारी भी अंदर फंसे हो सकते थे, जिनकी तलाश की जा रही है।
रासायनिक सामग्री से भड़की आग
गोदाम में बड़ी मात्रा में केमिकल और कच्चा माल रखा हुआ था, जिससे आग तेजी से फैल गई और पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। आग बुझाने के लिए पांच से अधिक टैंकरों से पानी और फोम का इस्तेमाल किया गया।
मृतकों की पहचान और जांच शुरू
मृतकों की पहचान सागर निवासी रामकली अहिरवार और ज्योति मनोज के रूप में हुई है। दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजे गए। बताया गया कि गोदाम भैय्यालाल मुकाती का है, जिसे व्यापारी सूरज वाधवानी को किराए पर दिया गया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। यदि किसी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।