मध्य प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग ने गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुछ क्षेत्रों में रेड अलर्ट भी घोषित किया गया है। इसी बीच श्योपुर से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां खेत में काम कर रहे एक पिता और बेटे की पानी के तेज बहाव में डूबकर मौत हो गई।
खेत में काम करते वक्त डूबे पिता-पुत्र
यह दर्दनाक हादसा देहात थाना क्षेत्र के आमलदा गांव में हुआ। बताया गया कि दोनों खेत पर पाइप लेने गए थे, तभी अचानक पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया और पानी खेत में भर गया। तेज बहाव के चलते दोनों वहीं डूब गए।
जलस्तर घटने पर मिले शव
घटना के तुरंत बाद किसी को दोनों के डूबने की जानकारी नहीं थी। अगले दिन सुबह जब नदी का जलस्तर कुछ कम हुआ, तो ग्रामीणों ने खेत में दोनों के शव एक-दूसरे से लिपटे हुए देखे। इसके बाद उन्हें गांव लाया गया।
बारिश का कारण बना मौसमी तंत्र
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से लेकर सतना तक फैली मानसून ट्रफ लाइन, उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश में बना निम्न दबाव क्षेत्र, दो चक्रवाती परिसंचरण और एक अतिरिक्त ट्रफ लाइन मिलकर प्रदेश में वर्षा की स्थिति को और तेज बना रहे हैं। इन मौसमी प्रणालियों के चलते आगामी कुछ दिनों तक वर्षा का सिलसिला बने रहने की संभावना है।
इन जिलों में रेड अलर्ट
श्योपुर और गुना में अगले 24 घंटों में 204.5 मिमी से अधिक वर्षा की संभावना के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। नदियों में उफान और बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका के मद्देनज़र प्रशासन को सतर्क रहने और नागरिकों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है।
इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
विदिशा, राजगढ़, अशोकनगर, शिवपुरी, मुरैना, सागर और दमोह जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां 115.6 से 204.4 मिमी वर्षा हो सकती है। इन इलाकों में नदियों और नालों में उफान, जलभराव और वज्रपात की संभावना जताई गई है। लोगों को सावधानी बरतने और गैर-ज़रूरी यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
अगस्त में भी रहेगा बारिश का असर
मौसम विभाग के अनुसार, जुलाई के आखिरी दिन भी भारी बारिश के साथ विदा लेंगे, जबकि अगस्त की शुरुआत में हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला जारी रह सकता है। 1 अगस्त के बाद वर्षा की तीव्रता में कुछ कमी आने के आसार हैं, लेकिन राहत मिलने में अभी समय लग सकता है।