सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को उस टिप्पणी को लेकर कड़ी फटकार लगाई, जो उन्होंने भारतीय सेना की महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की थी। अदालत ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मंत्री ने अब तक सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, जिससे उनकी मंशा पर सवाल खड़े होते हैं।
कोर्ट ने उठाए सवाल, क्या जानबूझकर दिया बयान?
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंत्री के रवैये से यह संदेह होता है कि उन्होंने यह बयान सोच-समझकर दिया था और अब माफी न मांगकर अपनी गलती स्वीकार करने से बच रहे हैं। अदालत ने टिप्पणी की कि यह आचरण मंत्री की नीयत और उनकी सत्यनिष्ठा पर प्रश्नचिह्न लगाता है।
एसआईटी को जांच जल्द पूरी करने का निर्देश
इस मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) को अदालत ने 13 अगस्त तक जांच प्रक्रिया पूरी करने और रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि अब समय आ गया है कि इस प्रकरण में तेजी लाई जाए ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
सेना की गरिमा के पक्ष में कोर्ट सख्त
अदालत ने स्पष्ट किया कि सशस्त्र बलों की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। सुप्रीम कोर्ट की यह सख्ती संकेत देती है कि यदि जांच में मंत्री की भूमिका आपत्तिजनक पाई जाती है, तो उनके विरुद्ध सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।