छिंदवाड़ा में कांग्रेस का किसान बचाओ आंदोलन, कलेक्टर को न मिलने पर कुत्ते को सौंपा ज्ञापन

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस ने शुक्रवार को “किसान बचाओ आंदोलन” चलाया। जिला कांग्रेस की ओर से जेल बगीचे में विशाल आमसभा आयोजित की गई, जिसके बाद हजारों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। करीब 40 मिनट तक कलेक्टर के मौके पर न आने से नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोधस्वरूप एक कुत्ते को ज्ञापन सौंप दिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के बीच कई बार तीखी बहस और नोकझोंक भी हुई।

यूरिया संकट और किसानों की समस्याओं को लेकर आयोजित इस आंदोलन में भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। सभा के बाद जब कार्यकर्ता ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे तो एडीएम और एएसपी ने ज्ञापन लेने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस नेता कलेक्टर को ही ज्ञापन सौंपने पर अड़े रहे। इसके चलते हंगामा बढ़ा और प्रशासन ने कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया। सभी रास्तों को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था।

सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि किसान खेतों में परेशान हैं और सरकार दावा कर रही है कि पर्याप्त खाद मौजूद है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब सब उपलब्ध है तो किसानों को पूरी रात लाइन में क्यों लगना पड़ता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि “किसान रो रहा है, युवा खाद के लिए लाइन में है और सरकार केवल सुर्खियों में व्यस्त है।”

छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू पर भी पटवारी और अन्य नेताओं ने तीखे हमले किए। पटवारी ने कहा कि सांसद भूमाफियाओं से घिरे हुए हैं और उनकी निधि में भी भारी गड़बड़ी है। वहीं पूर्व सांसद नकुलनाथ ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों की आवाज उठाती आई है और यही आंदोलन उसी का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि छिंदवाड़ा जिले में आदिवासी जमीन सबसे ज्यादा सामान्य श्रेणी में बदली गई है।

सभा को पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, विजयलक्ष्मी साधौ, ओमकार मरकाम और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने भी संबोधित किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here