गुरुजी सेवा न्यास के कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समाज के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों आवश्यक हैं। शिक्षा के लिए ज्ञान जरूरी है और ज्ञान प्राप्त करने के लिए स्वस्थ शरीर का होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि दुर्भाग्य से अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं आम व्यक्ति की पहुंच से दूर हैं। पहले शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को केवल सेवा का कार्य माना जाता था, लेकिन अब ये दोनों क्षेत्र व्यावसायिक बन गए हैं।
भागवत ने अपने बचपन का उदाहरण देते हुए बताया कि जब उन्हें मलेरिया हुआ था और वे तीन दिन स्कूल नहीं जा पाए, तब उनके शिक्षक उनके घर आए और जंगल से जड़ी-बूटियां लेकर उनका इलाज किया। इससे यह पता चलता है कि शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों को समाज में सहज और सुलभ बनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज का समय कॉरपोरेट का है, जहां शिक्षा और स्वास्थ्य केंद्र व्यावसायिक केंद्र बन चुके हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को अच्छी शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है, वैसे ही बेहतर चिकित्सा के लिए भी बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है। देश में किफायती और सुलभ चिकित्सा सेवा की आवश्यकता है, जो हर व्यक्ति की पहुंच में हो। भागवत ने यह भी बताया कि पश्चिमी देशों की चिकित्सा पद्धतियों को हर जगह लागू नहीं किया जा सकता क्योंकि हर जगह की परिस्थितियां अलग होती हैं। कुछ लोगों को नैचुरोपैथी से लाभ होता है तो कुछ को होम्योपैथी से। उन्होंने कहा कि कोई भी चिकित्सा प्रणाली सबसे श्रेष्ठ नहीं हो सकती, बल्कि भारतीय चिकित्सा पद्धति मरीज की व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार इलाज करती है। देश के 8-10 शहरों में अच्छी कैंसर देखभाल उपलब्ध है, लेकिन सस्ती और आसानी से मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की अभी भी जरूरत है।
भागवत ने कहा कि बीमारियां मानव जीवन का हिस्सा हैं और तभी समाप्त होंगी जब मनुष्य का अस्तित्व समाप्त होगा। उन्होंने इंदौर में चल रहे इस प्रकल्प की सराहना की और कहा कि सेवा का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। हमें यह सेवा बिना अहंकार के लगातार जारी रखनी चाहिए। छोटे-छोटे प्रयास भी बड़ी सफलता की ओर कदम होते हैं।
गुरुजी सेवा न्यास के अध्यक्ष मुकेश हजेला ने बताया कि अब तक तीन लाख से अधिक लोगों ने इस आरोग्य केंद्र से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया है। इस परियोजना का मकसद आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित लोगों को उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना है।