इंदौर में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बुधवार को ही शहर में डेंगू के सात नए केस मिले। इस तरह इंदौर में अब तक डेंगू 28 लोग डेंगू पाजिटिव मिल चुके है। इसके अलावा 646 घरों में डेंगू का लार्वा मिल चुका है। इसके बाद भी हालात यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू के लार्वा की जांच के लिए सीमित संख्या में ही टीमें है। अभी सिर्फ 14 टीमें ही शहर में डेंगू की जांच में जुटी है, जबकि पूर्व में स्वास्थ्य विभाग की 50 से 60 टीमें डेंगू की जांच में जुटती थी लेकिन विभाग में लार्वा जांच करने वाले कर्मचारियों के रिटायर होने के बाद नई भर्ती नहीं हुई।
इस वजह से अभी कम टीमों के माध्यम से ही शहर में लार्वा की जांच की जा रही है। पूर्व में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनजीओ के माध्यम से डेंगू के लार्वा की जांच करवाई गई थी लेकिन अबकी बार तो एनजीओ की टीमों को भी जांच में नहीं लगाया गया हैं। ऐसे में शहर में डेंगू नियंत्रण स्वास्थ्य विभाग के लिए आसान नहीं होगा। शहर में हाल ही में डेंगू से एक गर्भवती महिला को डेंगू होने के पश्चात उसकी ह्दयाघात व मल्टीपल आर्गन फेलियर के कारण मौत हो गई। महिला को 35 सप्ताह का गर्भ था।
लार्वा के सर्वे के लिए टीमें बढ़ाने का करेंगे प्रयास
इंदौर में अभी तक डेंगू के 28 केस मिले हैं अौर फिलहाल एक महिला की डेंगू से मौत हुई है। वर्तमान में हमारी 14 टीमें शहर के अलग-अलग इलाकों में लार्वा का सर्वे कर उसे नष्ट करने का प्रयास कर रही है। पूर्व में जो स्टाफ सर्वे में कार्यरत था उसके रिटायर होने के कारण सर्वे करने वाले कर्मचारियों की संख्या कम हुई। हम एनजीओ व निगम के माध्यम से भी सर्वे करने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
– डा. दौलत पटेल, जिला मलेरिया अधिकारी
निगम की टीम सिर्फ फागिंग में जुटी
नगर निगम द्वारा शहर के 19 जोन में फागिंग मशीन के माध्यम से मच्छरनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में एक से दो सीकर पंप के माध्यम से दवा का छिड़काव किया जा रहा है। शहर में 150 से 200 निगमकर्मी सीकर पंप के माध्यम से दवा का छिड़काव कर रहे है। जोन के सीएसआई और टीमें के माध्यम से भी दवा का छिड़काव किया जा रहा है।