भोपाल। भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी में इस बार इंदौर को अहमियत दी गई है। पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और पूर्व आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा सहित इंदौर के चार नेता इसमें शामिल हुए हैं। सबसे चर्चा में रहने वाला नाम सांवेर के भगवान सिंह परमार का रहा, जिन्हें एससी मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस पद के लिए प्रदेश के अन्य जिलों के नेता भी प्रतिस्पर्धा में थे, लेकिन संगठन ने परमार पर भरोसा जताया।
पिछली कार्यकारिणी में इंदौर से कविता पाटीदार और जीतू जिराती थे, लेकिन इस बार टीम हेमंत खंडेलवाल में उनकी जगह नहीं बन सकी। जीतू जिराती का नाम आईडीए अध्यक्ष पद के लिए भी चर्चा में था।
महामंत्री पद पर गौरव रणदिवे
पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे को इस बार प्रदेश महामंत्री बनाया गया। उपाध्यक्ष या महामंत्री पद के लिए कई इंदौर के नेताओं ने प्रयास किया था, जिनमें दो भाजपा नेत्रियां भी शामिल थीं। लेकिन संगठन और संघ की पसंद गौरव पर रही। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी डॉ. निशांत खरे को उपाध्यक्ष बनाया गया। वहीं, निमाड़ से इस बार सुमेर सिंह सोलंकी ही उपाध्यक्ष के रूप में शामिल हुए।
अनुभव ने दिलाई बढ़त
सांवेर के भगवान सिंह परमार को अनुसूचित जाति मोर्चा का अध्यक्ष बनाना संगठन का अनुभव और राजनीतिक योग्यता को देखते हुए किया गया। परमार पहले भी मोर्चा महामंत्री रह चुके हैं और उन्होंने सांवेर से विधानसभा चुनाव में भी हिस्सा लिया था।
किसानों से जुड़े मुद्दे संभालेंगे जयपाल सिंह चावड़ा
कृषक मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा बनाए गए हैं। वे पूर्व में इंदौर के संगठन मंत्री और आईडीए अध्यक्ष रह चुके हैं, साथ ही उनका कार्यक्षेत्र देवास भी रहा। उन्हें किसानों को जोड़ने और साधने की जिम्मेदारी दी गई है। किसानों में सिंहस्थ, नए बायपास और निर्माण संबंधी मुद्दों को लेकर नाराजगी है। ऐसे में जयपाल के सामने किसानों को संतुलित करने की चुनौती है।