छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ़ सिरप से प्रभावित किडनी फेलियर मामले में एक और मासूम की मौत हो गई है। तामिया निवासी डेढ़ साल की धानी डेहरिया को 26 सितंबर से नागपुर के मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर प्रवीण सोनी द्वारा इलाज किए जाने के बाद देर रात धानी की मौत हो गई। इस घटना के साथ ही छिंदवाड़ा जिले में इस सिरप से प्रभावित बच्चों की मौत का आंकड़ा 15 हो गया है।

मामले में परासिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने मोर्चा खोल दिया है। IMA की जिला और प्रदेश इकाई ने चेतावनी दी है कि यदि डॉक्टर प्रवीण की तत्काल रिहाई नहीं की गई, तो बुधवार से इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।

सोमवार को IMA प्रदेश अध्यक्ष बी. एम. शरणागत और अन्य पदाधिकारी छिंदवाड़ा पहुंचे और जिला अस्पताल में सरकारी व निजी चिकित्सकों के साथ बैठक कर आंदोलन की रणनीति तैयार की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने बिना पर्याप्त जांच और सबूत के केवल एक डॉक्टर को आरोपी बनाया, जबकि दवा में किसी भी खराबी की जिम्मेदारी दवा बनाने वाली कंपनी और संबंधित ड्रग कंट्रोलर एजेंसियों की होती है।

IMA ने मंगलवार को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर नोटिस देने और 24 घंटे के भीतर जवाब नहीं मिलने पर काली पट्टी बांधकर काम करने की योजना बनाई है। इसके बाद बुधवार से सभी चिकित्सीय सेवाओं को रोककर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि आवश्यकता पड़ने पर संगठन न्यायालय में भी अपना पक्ष रखेगा।