मध्य प्रदेश के जबलपुर में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल उरांव के साथ एक अजीब घटना घटी। देर रात दमोह रेलवे स्टेशन पर गोंडवाना एक्सप्रेस में चढ़ते वक्त उनका पैर फिसल गया, जिससे वे ट्रेन में सवार नहीं हो सके। इस घटना के बाद रेलवे स्टाफ और उनके सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया। करीब रात 3:30 बजे मंत्री उरांव ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ट्रेन के रवाना होने से पहले वे गिर पड़े। इसके बाद उनकी तलाश शुरू की गई।
इस घटना के बाद, रेलवे स्टाफ ने स्टेशन परिसर और अन्य ट्रेनों में मंत्री की खोज शुरू की, और बाद में पता चला कि वह दमोह स्टेशन पर ही रह गए थे। इसके बाद, मंत्री उरांव ने संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से जबलपुर की यात्रा पूरी की। रविवार को जबलपुर पहुंचने के बाद उन्हें सर्किट हाउस ले जाया गया, जहां रेलवे डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। मंत्री के दोनों घुटनों में हल्की चोटें आई हैं, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर है।
मंत्री उरांव ने खुद इस हादसे के बारे में बयान देते हुए कहा, “चिंता करने की कोई बात नहीं है, मामूली चोटें आई हैं और अब सब कुछ ठीक है।” उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। यह घटना सुरक्षा कर्मचारियों और यात्रियों के लिए एक चेतावनी है कि प्लेटफॉर्म पर सतर्कता बनाए रखना बहुत जरूरी है, खासकर रात के समय।
रेल प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा का निर्णय लिया है। मंत्री उरांव फिलहाल इलाज के बाद जबलपुर से अपनी अगली यात्रा पर निकल गए हैं।