एमपी: शिक्षकों के लिए मोहन सरकार का नया फरमान, अब नहीं चलेगी ये मनमानी

 भोपाल। अब सरकारी स्कूल से शिक्षक गायब नहीं रह पाएंगे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने नई पहल की है। प्रदेश के करीब चार लाख शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी। विभाग अब सार्थक एप के जरिए शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी।

ग्रीष्मावकाश के बाद स्कूल खुलेंगे तो जुलाई से शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य कर दिया जाएगा। इस बार चेहरा दिखाकर उपस्थिति दर्ज होगी। इससे जो शिक्षक अपने स्थान पर दूसरों को पढ़ाने भेजते है, उस पर लगाम लग सकेगी।

हर जिले से दो प्रोग्रामरों की ट्रेनिंग

ऑनलाइन शिक्षकों की उपस्थिति को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर उज्जैन और नरसिंहपुर जिले से लागू किया जाएगा। इसके लिए हर जिले से दो प्रोग्रामरों की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।

विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी

बता दें कि प्रदेश के 99145 स्कूलों में से केवल 8051 स्कूलों में ही विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज की गई, यानी 91094 स्कूलों में इस व्यवस्था का उपयोग ही नहीं हो रहा है, जबकि, यह व्यवस्था ऐच्छिक नहीं अनिवार्य की गई थी।

नहीं होगी गड़बड़ी

ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या को देखते हुए एम शिक्षा मित्र एप से उपस्थिति लगाना शुरू किया था।इसके माध्यम से अगर हाजिरी लगाते समय नेटवर्क न मिलें तो भी हाजिरी भरी जाएगी। जैसे ही मोबाइल में नेटवर्क मिलेंगे हाजिरी अपडेट हो जाएगी। इस प्रक्रिया में बहुत ही गड़बड़झाला होता था।इस कारण अब सार्थक एप से चेहरा दिखाकर उपस्थिति लगेगी।

अवकाश के लिए भी कर सकेंगे आवेदन

सार्थक एप केवल शिक्षकों की लोकेशन के साथ-साथ और कई महत्वपूर्ण कार्य भी करेगा। विभाग की नई व्यवस्था में कर्मचारी व शिक्षक छुट्टी के लिए भी आवेदन कर सकेंगे और शासन से किसी भी प्रकार का पत्राचार इस एप से हो जाएगा। सार्थक एप मध्य प्रदेश सरकार का पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन है।जिससे शिक्षकों को पत्राचार करने संबंधी परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।

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