ओंकारेश्वर में भगवान आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा के पास सोमवार सुबह अजीब दृश्य देखने को मिला। प्रतिमा मार्ग और नए बस स्टैंड के पीछे हजारों तांबे के लोटे बिखरे मिले, जिन्हें देखकर आसपास मौजूद लोग चौंक गए। लोगों को लगा कि मानो कोई पुराना खजाना निकल आया हो, और देखते ही देखते मौके पर बड़ी भीड़ जमा हो गई।
जांच में पता चला कि ये लोटे चोरी किए गए थे। कुछ महिलाएं इन्हें बोरे में भरकर ले जा रही थीं, लेकिन ग्रामीणों के पूछताछ करने पर महिलाएं बोरे वहीं छोड़कर जंगल की ओर भाग गईं। घटना की सूचना पाकर ओंकारेश्वर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
स्थानीय महिला हेमलता बाई, जो बकरी चराने निकली थीं, ने बताया कि सुबह-सुबह कुछ महिलाएं तांबे के लोटे बोरे में लेकर बैठी थीं। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे दवा के पत्ते तोड़ने आई हैं। थोड़ी देर बाद वे महिलाएं बोरे वहीं छोड़कर भाग गईं।
स्थानीय लोगों ने घटना पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि श्रद्धालुओं द्वारा समर्पित पवित्र सामग्री की चोरी सिर्फ सुरक्षा की विफलता नहीं है, बल्कि श्रद्धा का अपमान भी है। इसे आस्था पर चोट कहा जा रहा है और सरकार से कार्रवाई की मांग की गई है। थाना प्रभारी अनोख सिंधिया ने बताया कि अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन लोटों को जब्त कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।