मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ग्वालियर परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर शुरू हुआ विवाद अब प्रदेशव्यापी आंदोलन का रूप ले चुका है। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर सक्रिय आंदोलन कर रही है और ‘संविधान सत्याग्रह’ के बैनर तले विरोध दर्ज करा रही है।
भोपाल में सत्याग्रह, दलित बस्ती में पहुंचे नेता
मंगलवार को राजधानी भोपाल के पंचशील नगर स्थित बुद्ध विहार में कांग्रेस ने संविधान सत्याग्रह और सामूहिक भोज का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने दलित समाज के लोगों के साथ बैठकर भोजन किया और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
बीजेपी और RSS पर साधा निशाना
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कार्यक्रम में कहा कि डॉ. अंबेडकर द्वारा रचित संविधान हमारे लिए उतना ही पूज्य है जितना धार्मिक ग्रंथ। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस और बीजेपी से जुड़े कुछ लोग हाईकोर्ट द्वारा अनुमति देने के बावजूद अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बाबा साहेब के विचारों और संविधान की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करेगी।
अंबेडकर हमारे लिए भगवान: जीतू पटवारी
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि बाबा साहेब का सपना एक समान समाज का था, जहां सबको बराबरी का अधिकार हो। उन्होंने सवाल किया कि जब धार्मिक ग्रंथ पूज्य माने जाते हैं, तो अंबेडकर और उनका लिखा संविधान हमारे लिए पूजनीय क्यों नहीं हो सकता? उन्होंने प्रदेश में दलितों के साथ हो रहे अत्याचारों का भी हवाला दिया।
प्रदेश में दलितों पर अत्याचार के आरोप
पटवारी ने बताया कि सागर, सीहोर, जबलपुर, मंदसौर, महू और मऊगंज जैसे स्थानों पर दलितों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। कई जगह महिलाओं को अपमानित किया गया, तो कहीं पर करोड़ों की लूट की घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा कि सरकार की चुप्पी और कार्रवाई की कमी चिंता का विषय है।
ग्वालियर में दो दिवसीय उपवास का ऐलान
कांग्रेस ने घोषणा की है कि ग्वालियर में पार्टी विधायक और नेता दो दिन का उपवास रखेंगे। इसके अलावा सभी ब्लॉकों और दलित बस्तियों में जाकर अंबेडकर विचारों को लेकर जनजागरण किया जाएगा। कांग्रेस की मांग है कि ग्वालियर खंडपीठ में जल्द से जल्द अंबेडकर प्रतिमा स्थापित की जाए।