प्रदेश के दमोह में फर्जी डिग्री डॉक्टर मरीजों के हार्ट का ऑपरेशन कर रहा था। अभी तक उसके ऑपरेशन के बाद सात लोगों की मौत का खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार आरोपी डॉक्टर ने सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं छत्तीसगढ़ में भी मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया। अब फर्जी डिग्री से अस्पतालों में इलाज करने पर मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। इसके साथ ही इस मामले में प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है।

सरकार पर दर्ज हो मुकदमा 
भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग कर डाली है। साथ ही उन्होंने सरकार की मंशा और जांच पर भी सवाल खड़े किए। मसूद ने कहा कि एक फर्जी डॉक्टर ने सात लोगों की जान ले ली। वह फर्जी डिग्री से अस्पतालों में सर्जरी करता रहा, लेकिन सरकार को पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। प्रदेश में फर्जी डिग्रियां बांट रही है। व्यापम, नर्सिंग घोटाला सब यहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस डॉक्टर के किन लोगों से संबंद्ध थे, उनकी भी जांच होनी चाहिए। 
कठोर कार्रवाई होगी। 

जांच एजेंसियां अपना काम कर रही 
वहीं, इस मामले में उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कांग्रेस के बयानों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बयान सिर्फ आरोप लगाने के लिए देती है। कांग्रेस के बयानों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहां कि जांच एजेंसियां काम कर रही हैं। दोषी पर कानून के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी। 

फर्जी डॉक्टरों को ढूंढने चलाया जा रहा अभियान
बता दें, इस मामले में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने भी मध्य प्रदेश में फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को मामले में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में ऐसे फर्जी डॉक्टरों को ढूंढने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस मामले में भी कार्रवाई की जा रही है। जब छिपी हुई बातें सामने आती हैं तो हमारी सरकार कार्रवाई करती है। तुरंत एक्शन लिया जाता है। इसी कारण हमारी सरकार की भी साख बनी हुई है।